फ़िल्म - आपदा में अवसर
दृश्य- 4, समय - दिन के 11 बजे, स्थान - खगेन्द्र मोदी के घर का बेडरूम। वह लेटा हुआ है। सुल्तान शाह बगल में बैठा है। दोनों बातें कर रहे हैं।)
खगेन्द्र- सुल्तान, देखा। मोदी जी का कैसा रहा पूजा वाला काम?
सुल्तान - बड़ी चर्चा है। लोग खुश हैं। भगवान के आगे दंडवत से लोग गच्च हैं।
खगेन्द्र- लेकिन दंडवत करने में झटका लग गया था उनको। कमर में दर्द हो रहा होगा। हमरा कमर भी दर्द होने लगा है। तनी दबाओ त।
सुल्तान- हां जी। ( सुल्तान कमर दबाते हुए पूछता है ) अच्छा लग रहा है न?
खगेन्द्र- हां... ( वह लेटे हुए ही बोलता है) अब देखना। मोदी जी मंदिर को तब पूरा करेंगे, जब लोकसभा का चुनाव नजदीक होगा।
सुल्तान- लेकिन सब कुछ तो पहिले से बना हुआ है। एतना देर क्यों लगेगा?
खगेन्द्र- यही त राजनीति है। अब इसी पूजा पर बीजेपी बिहार उहार सब जीत लेगी। जब बड़का चुनाव होगा, लोकसभा वाला, तब तक मंदिर बन जायेगा, लोग उझल कर वोट देंगे।
सुल्तान- वाह, मोदी जी सब प्लान सेट रखते हैं। कैसे जनता को झोलटिस देना है, प्लान से काम करते हैं।
खगेन्द्र- हां, यही त राजनीति है। अब सच्चे लोग, सच्चा बोल, सही काम त अपनी बीबी-बच्चा को पसंद नहीं आता है त भला जनता को कैसे पसंद आएगा? तभी त मोदी जी हर जगह फेंकते रहते हैं।
सुल्तान- लेकिन लोग इस बात को कहते हैं कि ऊ बहुत बड़का झूठा हैं? खाली झूठ बोलते हैं।
खगेन्द्र - लेकिन मीडिया से तो डील है उनका। उ जो बोलेंगे, सब उहे बोल बोल कर सही करवाएगा मिडिया। पैसा खाता है सब कौन बात के? फिर भक्त सब भी तो है सोशल मीडिया पर। कौन बोलने देगा? सब झूठ सच मानो..., हां।
सुल्तान- सो त ठीक कहते हैं।
खगेन्द्र- अब मत दबाइये।
सुल्तान- लेकिन एक बात है...
खगेन्द्र- क्या?
सुल्तान- मोदी जी का राम के नाम पर राजनीति करना सही है क्या? कुछ लोग ई बात भी कहते हैं?
खगेन्द्र- भारत की जनता को राम नाम पर ही ठगा जा सकता है। सब मर सकते हैं राम के नाम पर। देखा नहीं, बाबरी गिराने में कितने मरे थे। किसी नेता का कुछ हुआ आज तक?
सुल्तान- लेकिन आडवाणी और जोशी जी का बुढापा त खराब हो ही रहा है न?
खगेन्द्र- सब सेट है, किसी का कुछ नहीं होगा। समझे..., अब नींद आ रही है, सोने दीजिये।
(खगेन्द्र तकिया समेट कर आंख बंद करता है, सुल्तान भी अपने घर की ओर हो लेता है...)
अगला दृश्य फिर कभी...
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