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Channel: पत्रकारिता / जनसंचार
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महात्मा गांधी हिन्दी विश्व विधाय में पत्रकारिता पाछ्यक्रम

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संचालित पाठ्यक्रम

एम. ए.पाठ्यक्रम

एम. ए. जनसंचार    -   कुल सीटें 28

एम. ए.मीडिया प्रबंधन – कुल सीटें 28

एम.एससी. पाठ्यक्रम

एम.एससी. इलेक्‍टॉनिक  मीडिया - कुल सीटें 28

शोध पाठ्यक्रम

एम. फिल. जनसंचार   – कुल सीटें 14

पीएच-डी. जनसंचार    – उपलब्‍धता के अनुसार

डिप्‍लोमा पाठ्यक्रम-

  • टेलीविजन कार्यक्रम निर्माण में स्‍नात्‍तकोत्‍तर डिप्‍लोमा               -      कुल सीटें 15
  • वेब पत्रकारिता में स्‍नात्‍तकोत्‍तर डिप्‍लोमा                                   -          कुल सीटें 15
  • प्रसारण माध्‍यमों में स्‍नात्‍तकोत्‍तर डिप्‍लोमा                               -         कुल सीटें 15
  • विज्ञापन एवं जनसंपर्क में स्‍नात्‍तकोत्‍तर डिप्‍लोमा                     -        कुल सीटें 15
  • वीडियोग्राफी एवं वीडियो संपादन में स्‍नात्‍तकोत्‍तर डिप्‍लोमा      -     कुल सीटें 15
  • ग्राफिक्‍स एवं एनिमेशन में स्‍नात्‍तकोत्‍तर डिप्‍लोमा                   -        कुल सीटें 15

पाठ्यक्रम एवं प्रश्‍नपत्र विवरण

  • एम.ए. जनसंचार

प्रथम छमाही –
  1-संचार एवं जनसंचार : सिद्धांत एवं प्रक्रिया       2- समाज और जनमाध्‍यमों का विकास                     

3-विकास और संचार                                               4-भारतीय पत्रकारिता

द्वितीय छमाही
1-प्रिंट मीडिया एवं मुद्रण तकनीक                  2- समाचार : संपादन एवं लेखन

3- इलेक्‍टॉनिक मीडिया समाचार लेखन       4- मीडिया विधि एवं आचार संहिता

तृतीय छमाही –

 1-      टेलीविजन कार्यक्रम निर्माण एवं तकनीक    2-साइबर मीडिया एवं सूचना तकनीक 

 3-     जनसंपर्क, विज्ञापन एवं सोशल मार्केटिंग    4- मीडिया शोध

चतुर्थ छमाही –

 1-      मीडिया : संगठन और प्रबंधन   2-    श्रव्‍य-दृश्‍य कार्यक्रम निर्माण/ वेब डिजाइनिंग(एच्छिक)

 3-      शोध परियोजना : लेखन           4-    मौखिकी

  • एम.ए. मीडिया प्रबंधन 

प्रथम छमाही-

1.जनसंचार के सिद्धांत     2.  जनमाध्यमों का विकास

3.प्रबंधन की आधारभूत अध्ययन      4. मीडिया समूहों का अध्ययन

द्वितीय छमाही-
1.प्रिंट व दृश्य श्रव्य माध्यम प्रबंधन      2.नई सूचना तकनीक और प्रबंधन
3.कॉर्पोरेट संचार प्रबंधन         4.   मीडिया विधि एवं आधार संहिता
तृतीय छमाही-
1.  जनसंचार शोध 2.  विज्ञापन प्रबंधन
3.  विपणन प्रबंधन    4. ब्रांड प्रबंधन
चतुर्थ छमाही-
1.मीडिया संगठन और प्रबंधन               2.  मीडिया निर्माण एवं मानव संसाधन
3. मीडिया प्रबंधन संबधित शोध परियोजना लेखन      4.   मौखिकी
  • एम.एससी. इलेक्ट्रॉनिक मीडिया

प्रथम छमाही 

1 – संचार एवं जनसंचार: सिद्धांत एवं प्रक्रिया         2 – जनमाध्यमों का इतिहास

3- कम्प्यूटर तकनीक एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया     4- इलेक्ट्रॉनिक  मीडिया रिपोर्टिंग

द्वितीय छमाही
1  – इलेक्ट्रॉनिक  मीडिया लेखन          2  – इलेक्ट्रॉनिक  मीडिया प्रबंधन एवं कार्यक्रम प्रस्तुतीकरण

 3 – मीडिया विधि                                   4- स्टूडियो एवं प्रसारण पद्धति

तृतीय छमाही 

1  – रेडियो प्रोडक्शन                   2  – टेलीविजन प्रोडक्शन

3 – वेब प्रोडक्शन                        4- संचार शोध

चतुर्थ छमाही 

 1 – समकालीन वैश्विक मीडिया       2  – आडियो-वीडियो प्रोडक्शन एवं वेब प्रोडक्शन

 3 – लघु शोध परियोजना-कार्य       4 – मौखिकी

शोध अध्‍ययन – एम.फिल./पी-एच.डी. जनसंचार

प्रथम छमाही  (एम.फिल./पी-एच.डी.)

           प्रथम प्रश्नपत्र -  संचार शोध प्रविधि

द्वितीय प्रश्नपत्र – संचार: चिंतन एवं व्यवहार

तृतीय प्रश्नपत्र – जनसंचार शोध में कम्प्यूटर अनुप्रयोग

द्वितीय छमाही (एम.फिल.)

  •   लघुशोध प्रबंध लेखन

  •   मौखिकी

 शोध पाठ्यक्रम की विशेषताएं 

  1. संचार के सिद्धांतो की गूढ विवेचना एवं शोध में नवीन तकनीक के अनुप्रयोग व कंप्यूटर प्रशिक्षण।
  2. यह पाठ्यक्रम जानसंचार क्षेत्र के मूल सिद्धांतों,प्रक्रिया एवं व्यावहारिक पहलुओं का विश्लेषणात्मक अध्ययन के निमित्त है।
  3. जनसंचार माध्यमों की विषयवस्तु,तकनीक और उपयोगिता का विवेचन।
  4. मीडिया लेखन विशेषकर रिपोर्टिंग और संपादन जैसे कौशल केंद्रित विषय में दक्षता प्राप्त करने हेतु व्यावहारिक कार्यों पर जोर।
  5. जनसंचार क्षेत्र में गहन शोध एवं अध्ययन।

    अध्ययन प्रणाली

  1. सैद्धांतिक अवधारणाओं की विभिन्न माध्यमों से तुष्टि। सूचना,तथ्य,जानकारी,अनुभव का आदान-प्रदान विशेषज्ञों के माध्यमों से।
  2. तकनीक एवं व्यावहारिक अध्ययन,कंप्यूटर,इंटरनेट व ऑनलाइन अध्ययन के साथ व्यक्तिगत विकास।
  3. संस्थागत कार्य अध्ययन,अध्ययन में शोध कार्य एवं प्रबंधन,केश स्टडी कर नए ज्ञान में विभाग व विश्वविद्यालय के प्रति उत्तरदायी बनाना।
  4. शैक्षणिक-भ्रमण,अत्याधुनिक उपकरणों व तकनीक से सम्पूर्ण संचार-क्षेत्र में सक्रिय प्रतिनिधित्व एवं अवसर उपलब्ध कर मुख्य धारा में लाना।
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