Riyहर तरफ रिया ही रिया.../ राज किशोर सत्संगी
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एक मेधावी छात्र, छोड़ इंजीनियरिंग, पहुंच गया मुंबई 'नगरिया'
फिल्में क्या हिट हुईं, जौहर-खान की आंख में 'किरकिरिया'
रिया आई जिंदगी में, देख सुशांत की भरी हुई 'तिजोरिया'
करके काला जादू, बन बैठी बिन-व्याहे उसकी 'गुजरिया'
बुला लाई भूत-प्रेत, वह तो बेचारा चैन से कर रहा था 'बसरिया'
यूरोप का ट्रिप, घिरा मानसिक-अवसाद का बादल 'घनेरिया'
नशा ना टूटे, उसी के पैसे से लाती ड्रग्स की भर-भर 'गगरिया'
जब तक सब ठीक, तब तक था वह भला-मानुष साजन 'सांवरिया'
आई दिशा, खुला भेद, लड़ी-भागी, बदल ली अपनी 'नजरिया'
मोबाइल पर किया ब्लॉक, ना ली कोई खोज ना 'खबरिया'
तेरह की रात, कैमरे बंद, फांद कर आया कोई 'चाहरदीवरिया'
टपकवाकर निर्दयता से, खुश हुई, इस्टा पर मटकाई अपनी 'कमरिया'
मौत में रहस्य गहरा, होना ही था, हुआ जग 'जाहिरिया'
दोष मढ़े सुशांत पर, आज-तक पे, बैठ बीच 'बजरिया'
बोल रही है, वह था पहले से डरपोक-नशेड़ी और 'बीमरिया'
अपने को सुपर स्मार्ट, सभी को समझ रही ढोल 'गंवरिया'
इतराती फिर रही ओढ़कर, अंडरवर्ल्ड की 'छतरिया'
किया कीमती वकील, महेश भट्ट की कर रही 'शुकरिया'
सीबीआई कितना भी पूछे, बन जाती है 'झिंगुरिया'
ED-CBI-NCB देख एक साथ, पूरे परिवार को हुआ 'डायरिया'
फिल्म व ड्रग्स की संग-संग, दिखती एक ही 'डगरिया'
जनता टकटकी लगाए टीवी पर, छूटी पड़ी है जो उनकी 'नौकरिया'
गर होती यूपी पुलिस, निकाल देती नौटंकी, ना कर पाती वह कोई 'तिरिया'
नचा रही है ऊंगली पर सबको, मदारी नचावे जैसे बंदर 'बंदरिया'
सहमी-सकपकाई भी हुई है, छाई देखकर गिरफ्तारी की काली 'बदरिया'
मीडिया से बच रही, पहन के हुड, तो कभी ओढ़कर 'चुनरिया'
बन के एक विष-कन्या, उजाड़ दी एक चमकते सितारे की, अच्छी-खासी हरी-भरी 'फुलवरिया'
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(राज किशोर सतसंगी)