मोदी शासन के साढ़े सात साल
कोई भी मीडिया समूह आपको यह बात नही बता रहा है कि कि नरेंद्र मोदी की सरकार नवम्बर के अंत मे अपने ढाई साल पूरे करने जा रही है यानी नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बने पूरे साढ़े सात साल पूरे हो गए हैं, नरेंद्र मोदी ने 30 मई, 2019 को प्रधानमंत्री के रूप में दूसरी बार शपथ ग्रहण की थी 30 नवम्बर 2021 को उनकी दूसरी टर्म के ढाई साल पूरे हो गए हैं।
क्या इस अवसर पर एक व्यापक बहस नही चलना चाहिए ?
जी हां पूरे साढ़े सात साल !…….
ओर साढ़े सात साल में मोदी जी ने क्या किया !…..कुछ भी नही !….. बल्कि जो था उसे और बर्बाद कर दिया,
दरअसल यही वो बात है जिस पर मुख्य मीडिया बहस से बचना चाहता है क्योकि बात निकलेगी तो दूर तलक जाएगी !उन सारी घोषणाओं ओर योजनाओं पर चर्चा करना पड़ेगी जिनके बारे में 2014-15 में बड़ी बड़ी बाते की गई थी।
अगर आप अंधभक्त भी है तो भी एक बार दिल पर हाथ रखकर बताइए कि क्या हर साल दो करोड़ लोगो को रोजगार मिला ?
(इस सरकार के आंकड़े ही यह नही बता रहे हैं कि बेरोजगारी की दर पिछले 45 साल में सबसे अधिक है ! )
क्या विदेशों में जमा काला धन वापस आया ? काले धन पर बनने वाली टास्क फोर्स का क्या हुआ
महंगाई पर कितनी लगाम लगीं ? (याद कीजिए मुख्य नारा ही यह था कि ‘बहुत हुई महंगाई की मार अबकी बार मोदी सरकार’)
100 स्मार्ट सिटी बनने वाले थे !…कितने स्मार्ट सिटी बने ?
नमामि गंगे अभियान के तहत गंगा कितनी साफ हुई ?
मोदी सरकार में कितने एम्स नए बने !…….
गोकुल ग्राम योजना का क्या हुआ ?
क्या किसानों की आय दुगुनी हुई ?
स्टार्टअप इंडिया स्टैंडअप इंडिया योजना का क्या हुआ ?
मेक इन इंडिया के तहत साढ़े सात सालों में कितने नए कारखाने लगे
अगर व्यापक बहस हुई तो ऐसे बहुत से सवाल आएंगे जिसके बारे में बताने के लिए भाजपा प्रवक्ताओं के लिए कुछ भी नही होगा।
अभी कुछ दिन पहले दुनिया की सबसे बड़ी कंसल्टेंट फर्मों में एक मैकेंजी ने एक रिपोर्ट पेश की है। इस रिपोर्ट की खास बात यह है कि इसमे दुनिया के विभिन्न देशों की सन 2000 के बाद बढ़ने वाली संपत्ति की तुलना की है। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि इस रिपोर्ट में टॉप टेन कंट्री में भारत का नामोनिशान भी नही है। मैकेंजी अपनी रिपोर्ट में कहा है कि पिछले 20 सालों में चीन की संपत्ति में भी बेतहाशा इजाफा हुआ है. चीन की वेल्थ यानि संपत्ति वर्ष 2000 के 07 ट्रिलियन डॉलर से बढ़कर 120 ट्रिलियन डॉलर हो गई है. चीन की दौलत अमेरिका से भी तीन गुना रफ्तार से बढ़ी है।
यदि मोदी सरकार भारत की अर्थव्यवस्था को दुनिया की सबसे तेज बढ़ती अर्थव्यवस्था बताती है तो इस लिस्ट में भारत क्यो नही है ?
अब एक बात और समझ लीजिए 1999 में अटल बिहारी की सरकार थी उसके बाद मनमोहन सरकार का कार्यकाल 2004 से 2014 तक था, उसके बाद मोदी सरकार आयी जिसे अब साढ़े सात साल पूरे हो रहे हैं।
यानी 1999 के बाद भाजपा ने कुल साढ़े बारह साल देश का नेतृत्व किया जबकि कांग्रेस ने कुल 10 साल !….. आगे आप खुद ही समझदार हैं।
देश को अभी ढाई साल ओर झेलना है !…उम्मीद तो वैसे इनसे कुछ भी नहीं है, लेकिन यह तय है कि इन ढाई सालो में यह सब कुछ अडानी अम्बानी के हवाले कर खुद झोला उठाकर निकल लेंगे !