मित्रो, समय-समय पर मेरे शोधार्थियों को लेखक परिचय की ज़रूरत पड़ती रहती है l उनकी सुविधा के लिए मैं अपना परिचय यहाँ संलग्न कर रहा हूँ :-
भगवानदास मोरवाल
देश की राजधानी दिल्ली और राजस्थान व उत्तर प्रदेश के ब्रज से सटे हरियाणा के काला पानी कहे जानेवाले मेवात के जिला नूंह के क़स्बे नगीना में 23 जनवरी, 1960 को जन्मे, तथा हिंदी क्षेत्र की जनपदीय गंध और उसकी लोक-संस्कृति में रचे-बसे भगवानदास मोरवाल ने अपनी अदम्य व जिजिविषापूर्ण कथा-यात्रा में एक अलग पहचान बनाई है l हमेशा अछूते विषयों को केंद्र में रखकर हिंदी कथा-साहित्य में अपनी अलग और देशज छवि बनाए रखनेवाले, तथा अपने लेखन के माध्यम से लोक-मानस की अनुकृतियों को उकेरने वाले इस कथाकार का समकालीन हिंदी-कथा साहित्य में एक विशिष्ठ स्थान है l निराडंबर, बिना बौद्धिकता का आवरण चढ़ाए इन्होंने अपनी रचनाओं में लोकजीवन की अनेकानेक छवियों, उसकी त्रासदियों, विडंबनाओं और उसके श्रम-सौंदर्य के यादगार चित्र उकेरे हैं l सामाजिक उत्तरदायित्व और मानवीय प्रतिबद्धता भगवानदास मोरवाल के रचना-संसार में सुस्पष्ट नज़र आती है l प्रचलित विमर्शों के बरअक्स मौजूदा सामाजिक-राजनीतिक परिवर्तनों, सर्वसत्ता व लोकविरोधी तत्वों, तथा आम आदमी की प्रबल अदम्यता और जिजीविषा की पड़ताल करनेवाले इस कथाकार ने काला पहाड़, बाबल तेरा देस में, रेत, नरक मसीहा, हलाला, सुर बंजारन, वंचना, शकुंतिका और ख़ानज़ादा जैसे महत्त्वपूर्ण उपन्यासों के माध्यम से न केवल हिंदी कथा-साहित्य को समृद्ध किया है, अपितु अपने लेखन के माध्यम से ये वंचित, उपेक्षित और हाशिए के समाजों का प्रतिनिधित्व भी कर रहे हैं । संश्लिष्ट व बहुस्तरीय भारतीय जन-जीवन की अन्तवर्ती धारों के उद्गम तक पहुँचने का संकल्प इन्हें हमारे समय और समाज में महत्त्वपूर्ण बनाता है l
भगवानदास मोरवाल की शब्दयात्रा उनके बहुआयामी सरोकारों को सुपरिभाषित करती है l आप लेखन में अनेक प्रयोग करते हुए अपनी रचनाओं से पाठकीय संसार में एक सम्मानपूर्ण स्थान प्राप्त कर चुके हैं l इन सक्रियताओं के सार्थक प्रभाव आपकी रचनाशीलता पर परिलक्षित होते हैं l
भगवानदास मोरवाल ने अपने लेखन के माध्यम से अपनी रचनात्मक उपस्थिति प्रमाणित की है l क्योंकि इनकी रचनाएँ सर्वग्रासी सत्ता का प्रतिवाद तो करती ही हैं, वे नई नैतिक सम्भावनाओं के लिए भी पाठक में उत्सुकता पैदा करती हैं l कहना होगा कि आप विभिन्न कारणों से एकाकी होते जा रहे मनुष्य के अव्यक्त को शब्दबद्ध करने में सफल हुए हैं l इनकी रचनाएँ परम्परा, विकास, लोकतन्त्र, लोकशील एवं जन जिजीविषा को वाणी प्रदान करती हैं l इनके उपन्यासों की अन्तर्वस्तु के साहित्यिक एवं समाजशास्त्रीय महत्त्व को बहुश: प्रशंसित किया गया है l
भगवानदास मोरवाल हिन्दी की औपन्यासिक रचनाशीलता के सर्वोत्तम प्रतिनिधियों में से एक हैं l भूमंडलीकरण के भयाक्रांत करते कोलाहल के मध्य उन्होंने स्थानीयता एवं निजता का निनाद चिह्नित किया है l भगवानदास मोरवाल उन वैचारिक आग्रहों और सामाजिक हठों का अतिक्रमण करनेवाले लेखक हैं, जो धर्म तथा समाज के संबंधों को वैज्ञानिक संयम के साथ परखने नहीं देते l पाठकों व आलोचकों में भगवानदास मोरवाल की आत्मीय स्वीकृति इस तथ्य को रेखांकित करती है l आपकी कुछ रचनाओं और कृतियों का अनेक भारतीय भाषाओं में अनुवाद भी हुआ है l
जन्म : 23 जनवरी , 1960 जिला मेवात हरियाणा के छोटे-से कस्बे नगीना में.
शिक्षा : एम.ए. (हिंदी) एवं पत्रकारिता में डिप्लोमा.
लगभग सात (1981 से 1987) वर्षों तक स्वतंत्र पत्रकारिता
उपन्यास :
1. काला पहाड़ (1999), राधाकृष्ण प्रकाशन, नई दिल्ली
2. बाबल तेरा देस में (2004), राजकमल प्रकाशन, नई दिल्ली
3. रेत (2008), राजकमल प्रकाशन, नई दिल्ली
4. नरक मसीहा (2014), राजकमल प्रकाशन, नई दिल्ली
5. हलाला (2015), वाणी प्रकाशन, नई दिल्ली
6. सुर बंजारन (2017), वाणी प्रकाशन, नई दिल्ली
7. वंचना (2019), राजकमल प्रकाशन, नई दिल्ली
8. शकुंतिका (2020), राजकमल प्रकाशन, नई दिल्ली
9. ख़ानज़ादा (2021), राजकमल प्रकाशन, नई दिल्ली
10. मोक्षवन (शीघ्र प्रकाश्य), राजकमल प्रकाशन, नई दिल्ली
अनुवाद :
• रेत : उर्दू अनुवाद डॉ. फ़ारूक़ अंसारी (अर्शिया पब्लिकेशंस, दिल्ली एवं सरीर पब्लिकेशंस, रावलपिंडी, पाकिस्तान) ; अँग्रेज़ी अनुवाद डॉ. कुसुम लता (मानक पब्लिकेशंस, दिल्ली)
• नरक मसीहा : मराठी अनुवाद चंद्रकांत भोंजाळ (विजय प्रकाशन, नागपूर, महाराष्ट्र)
• हलाला : अँग्रेज़ी अनुवाद डॉ. कुसुम लता (मानक पब्लिकेशंस, दिल्ली), उर्दू अनुवाद डॉ. फ़ारूक़ अंसारी (वाणी प्रकाशन, नई दिल्ली)
• वंचना : मराठी अनुवाद डॉ. विद्या शिंदे ( (विजय प्रकाशन, नागपूर, महाराष्ट्र)
• शकुंतिका : मराठी अनुवाद सुधा खराटे(विद्या प्रकाशन, कानपुर, उ.प्र.)
कन्नड अनुवाद डॉ. एस.ए. मंजूनाथ (कुवेम्पु भाषा भारती प्राधिकार, बेंगलुरु, कर्नाटक)
मलयाली अनुवाद डॉ. श्रीलता विष्णु (अमृतसागर प्रकाशन, तिरुवनंतपुरम, केरल)
कहानी संग्रह :
• सिला हुआ आदमी (1986), दिनमान प्रकाशन, दिल्ली
• सूर्यास्त से पहले (1990), लोक प्रकाशन, दिल्ली
• अस्सी मॉडल उर्फ़ सूबेदार (1993), प्रवीण प्रकाशन, नई दिल्ली
• सीढियाँ, माँ और उसका देवता (2008), राजकमल प्रकाशन, नई दिल्ली
• लक्ष्मण-रेखा (2010) सन्फ्लोवेर प्रकाशन, नई दिल्ली
• दस प्रतिनिधि कहानियाँ (2014), किताबघर प्रकाशन, नई दिल्ली
• धूप से जले सूरजमुखी (2021), हंस प्रकाशन, नई दिल्ली
• महराब और अन्य कहानियाँ (2021), हंस प्रकाशन, नई दिल्ली
• कहानी अब तक (दो खंड) शीघ्र प्रकाश्य, वाणी प्रकाशन, नई दिल्ली
स्मृति-कथा :
• पकी जेठ का गुलमोहर (पहला भाग, 2016), वाणी प्रकाशन, नई दिल्ली
• यहाँ कौन है तेरा (दूसरा भाग) शीघ्र प्रकाश्य, वाणी प्रकाशन, नई दिल्ली
कविता संग्रह :
• दोपहरी चुप है (1990), अयन प्रकाशन, नई दिल्ली
अन्य :
• बच्चों के लिए कलयुगी पंचायत (1997) प्रवीण प्रकाशन, नई दिल्ली एवं अन्य दो पुस्तकों का संपादन
सम्मान/पुरस्कार :
• वनमाली कथा सम्मान, भोपाल (2019)
• उपन्यास 'सुर बंजारन'के लिए स्पंदन कृति सम्मान, भोपाल (2017)
• श्रवण सहाय एवार्ड (2012)
• जनकवि मेहरसिंह सम्मान (2010) हरियाणा साहित्य अकादमी
• अंतर्राष्ट्रीय इंदु शर्मा कथा सम्मान (2009) कथा (यूके) लन्दन
• उपन्यास रेत के लिए 'शब्द साधक ज्यूरी सम्मान' (2009)
• कथाक्रम सम्मान , लखनऊ (2006)
• साहित्यकार सम्मान (2004) हिंदी अकादमी, दिल्ली सरकार
• साहित्यिक कृति सम्मान (1994) हिंदी अकादमी, दिल्ली सरकार
• साहित्यिक कृति सम्मान (1999) हिंदी अकादमी, दिल्ली सरकार
• पूर्व राष्ट्रपति श्री आर.वेंकटरमण द्वारा मद्रास का राजाजी सम्मान (1995)
• डा. अम्बेडकर सम्मान (1985) भारतीय दलित साहित्य अकादमी
• पत्रकारिता के लिए प्रभादत्त मेमोरियल एवार्ड (1985) तथा शोभना एवार्ड (1984).
पाठ्यक्रम में शामिल रचनाएँ :
• मुंबई विश्वविद्यालय, बी.ए. द्वितीय वर्ष में उपन्यास 'शकुंतिका'
• कवयित्री बहिनाबाई चौधरी उत्तर महाराष्ट्र विश्वविद्यालय, जलगाँव के बी.ए. तृतीय वर्ष में 'शकुंतिका'
• प्रताप कॉलेज (स्वायत्त), अमलनेर, जलगाँव बी.ए. द्वितीय वर्ष के पाठ्यक्रम में उपन्यास 'शकुंतिका'
• अहिल्यादेवी होल्कर सोलापूर विश्वविद्यालय, महाराष्ट्र के बी.ए. तृतीय वर्ष (छठे सेमिस्टर) में ‘विशेष लेखक’ के रूप में l इसके अंतर्गत ‘शकुंतिका’ एवं ’10 प्रतिनिधि कहानियाँ’ का अध्यन कराया जा रहा है l
• उपन्यास 'शकुंतिका'को मेंगलोर विश्वविद्यालय, कर्नाटक के दो वर्षीय बी.ए. प्रथम वर्ष के सेमिस्टर II में
• शिवाजी विश्वविद्यालय, कोल्हापुर, महाराष्ट्र के एम.ए. प्रथम वर्ष के प्रथम सेमिस्टर में ‘विशेष लेखक’ के रूप में शामिल l इसके अंतर्गत ‘काला पहाड़’, ‘वंचना’,‘शकुंतिका’ एवं ’10 प्रतिनिधि कहानियाँ’ का अध्यन कराया जा रहा है l
• संत गाडगे बाबा अमरावती विश्वविद्यालय, अमरावती के बी.कॉम. प्रथम वर्ष, हिन्दी (अनिवार्य) के गद्य खण्ड के अन्तर्गत कहानी ‘लक्ष्मण रेखा’
देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों में हो चुकी /होनेवाली पीएच. डी-
1) 'भगवानदास मोरवाल के कथा-साहित्य में युग-बोध : एक विश्लेषणात्मक अध्ययन' (Awarded), पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़
2) 'भगवानदास मोरवाल के साहित्य का समाजशास्त्रीय अध्ययन'
(Awarded in 2019), शोधार्थी गणेश शेकोकर, शोध निर्देशक डॉ. विट्ठल सिंह नंदराम सिंह ढाकरे,सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय, पुणे, महाराष्ट्र
3)'भगवानदास मोरवाल का कथा-साहित्य : चिंतन एवं शिल्प'
शोधार्थी डिम्पल सुरेश पाटिल, निर्देशक डॉ.मधु खराटे
उत्तर महाराष्ट्र विश्वविद्यालय, जलगाँव, महाराष्ट्र (Awarded in 2019)
4) 'भगवानदास मोरवाल के कथा-साहित्य का विश्लेष्णात्मक अध्ययन' (Awarded in 2017)
शोधार्थी अजय गोपालकृष्णन कामथ, शोध निर्देशक डॉ. पी.राधिका
दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा, एर्नाकुलम, केरल
5) 'भगवानदास मोरवाल के कथा-साहित्य में मेवाती संस्कृति' (Awarded 2019)
शोधार्थी राजमती मीणा, शोध निर्देशक प्रो. विनोद शर्मा
राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर, राजस्थान
6) 'भगवानदास मोरवाल का साहित्य : यथार्थ के विभिन्न आयाम' ( Awarded in 2015)
शोधार्थी पुष्पा, शोध निर्देशक प्रो.प्रतिभा मुद्लिआर
दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा, धारवाड़, कर्नाटक
7) 'भगवानदास मोरवाल का कथा साहित्य :विविध आयाम (Awarded in 2015)
शोधार्थी विनोद कुमार बीएम, शोध निर्देशक डॉ. विद्या कुमार
दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा, चेन्नई
8) 'भगवानदास मोरवाल के कथा-साहित्य में सामाजिक चेतना'
शोधार्थी सुरजीत, शोध निर्देशक डॉ. रंजना वैशम्पायन
लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ, उत्तर प्रदेश
9) 'भगवानदास मोरवाल के उपन्यासों में सांस्कृतिक बोध'
शोधार्थी चांदनी रानी, शोध निर्देशक डॉ. (श्रीमती) स्नेहलता गुप्ता
चौधरी चरणसिंह विश्वविद्यालय, मेरठ
10) 'भगवानदास मोरवाल के कथा साहित्य का समाजशास्त्रीय अध्ययन' (Awarded in2016)
शोधार्थी वरिंदरजीत कौर , शोध निर्देशक डॉ. सुखविंदर कौर बाठ,
पंजाबी विश्वविद्यालय, पटियाला, पंजाब
11) 'भगवानदास मोरवाल सृजनात्मक साहित्य में नारी पात्र' (Awarded in 2016)
शोधार्थी रामदास काटे, शोध निर्देशक डॉ. ईश्वर जानकीराम पंवार
सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय, पुणे, महाराष्ट्र
12) 'भगवानदास मोरवाल के साहित्य का अनुशीलन' (Awarded )
शोधार्थी प्रवीण ज्ञानोबा माकेगाँवकर, शोध निर्देशक डॉ. संजीव कुमार नरवाड़े
स्वामी रामानन्द तीर्थ मराठवाड़ा विश्वविद्यालय, नांदेड़, महाराष्ट्र
13) 'भगवानदास मोरवाल के कथा-साहित्य का समाजशास्त्रीय अनुशीलन'
शोधार्थी शोभा जोशी, शोध निर्देशक डॉ. मिथिलेश शर्मा
मुंबई विश्वविद्यालय, मुंबई, महाराष्ट्र
14) 'भगवानदास मोरवाल के उपन्यासों में विविध आयाम'
शोधार्थी ताराचंद खरद , शोध निर्देशक डॉ. रमाकांत अप्रे
डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर विश्वविद्यालय, औरंगाबाद, महाराष्ट्र
15) 'भगवानदास मोरवाल के उपन्यासों में चित्रित समस्याएँ' (Awarded in 2022)
शोधार्थी जयदीप चौधरी, शोध निर्देशक प्रो. दिलीप मेहरा
सरदार पटेल विश्वविद्यालय, आणंद, गुजरात
16) 'भगवानदास मोरवाल के कथा-साहित्य का सबाल्टर्न संदर्भ का अध्ययन'
शोधार्थी सपना कुमारी, शोध निर्देशक डॉ. ओम प्रकाश द्विवेदी,
जम्मू विश्वविद्यालय, जम्मू
17) 'भगवानदास मोरवाल के साहित्य में मेवाती संस्कृति का अध्ययन'
शोधार्थी सुनील कुमार थुआ, शोध निर्देशक डॉ.सुभाष चंद्र
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र, हरियाणा
18) 'भगवानदास मोरवाल के उपन्यास : एक विश्लेषण' (Awarded 2022)
शोधार्थी रजनी पी.बी., शोध निर्देशक डॉ. मंजू रामचन्द्रन
केरल विश्विविद्यालय, तिरुवंततपुरम, केरल
19) 'भगवानदास मोरवाल के कथा साहित्य में चित्रित सामाजिक समस्याओं का चित्रण'
शोधार्थी पूनम कुमारी, शोध निर्देशक डॉ.कृष्णा जून
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, रोहतक, हरियाणा
20) 'योगीराज वाघमारे व भगवानदास मोरवाल यंचा कादम्बरी वांग्मय च तुलनात्मक अभ्यास'
('योगीराज वाघमारे व भगवानदास मोरवाल के उपन्यासों का तुलनात्मक अध्ययन')
शोधार्थी परमेश्वर वाल्मिक दहीफले , शोध निर्देशक डॉ. उद्धव थोर्वे
डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय, औरंगाबाद, महाराष्ट्र
21) 'भगवानदास मोरवाल के कथा साहित्य में युगीन सन्दर्भों का अध्ययन'
शोधार्थी दीपाली आर्या , शोध निर्देशक प्रो. मानवेंद्र पाठक,
कुमाऊँ विश्वविद्यालय, नैनीताल, उत्तराखण्ड
22) 'भगवानदास मोरवाल का कथा साहित्य : समग्र अनुशीलन'
शोधार्थी नेहा गुप्ता, शोध निर्देशक डॉ. पुष्पा शाक्य
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इंदौर, म.प्र.
23) 'भगवानदास मोरवाल के कथा-साहित्य का अन्वेषणात्मक अध्ययन' (Awarded 2021)
शोधार्थी जसवंत नागदा,शोध निर्देशक डॉ. मलय पानेरी
जनार्दन नागर राजस्थान विद्यापीठ, उदयपुर, राजस्थान
24) 'भगवानदास मोरवाल के समूचे कथा साहित्य में सामाजिक-सांस्कृतिक बोध'
शोधार्थी सुरेश कुमार यादव, शोध निर्देशक डॉ. एम. अंजनेलू
हैदराबाद केन्द्रीय विश्वविद्यालय, हैदराबाद, आन्ध्र प्रदेश
25) 'भगवानदास मोरवाल के कथा साहित्य में युग संघर्ष'
शोधार्थी संदीप यादव, शोध निर्देशक प्रो. गीता नायक
विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन, मध्य प्रदेश
26) 'भगवानदास मोरवाल के उपन्यासों में निरुपित नारी' (Awarded in 2022)
शोधार्थी तुषार जानी, शोध निर्देशक प्रो. समीर डी. प्रजापति
उत्तर गुजरात विश्वविद्यालय, पाटन, गुजरात
27) 'भगवानदास मोरवाल के उपन्यासों में मूल संवेदना' (Awarded 2021)
शोधार्थी रुमाइसा, शोध निर्देशक डॉ. रूबी जुत्शी
कश्मीर विश्वविद्यालय, श्रीनगर
28) 'आधुनिकता की आईने में भगवानदास मोरवाल के
समग्र साहित्य का चिकित्सक अध्ययन'
शोधार्थी भवानी शंकर शर्मा, शोध निर्देशक डॉ. गौतम सोनकाम्बले,
मुम्बई विश्वविद्यालय , महाराष्ट्र
29) 'भगवानदास मोरवाल का रचना-संसार'
शोधार्थी रमसीना पी. , शोध निर्देशक डॉ. मेरली के. पुन्नूस
महात्मा गांधी विश्वविद्यालय, कोट्टायम, केरल
30) 'स्त्री अस्मिता और भगवानदास मोरवाल के उपन्यास'
शोधार्थी रविकांत वर्मा, शोध निर्देशक डॉ. मीना गौतम
राजऋषि भर्तृहरि मत्स्य विश्वविद्यालय, अलवर, राजस्थान
31) 'समकालीन मूल्यबोध और भगवानदास मोरवाल का उपन्यास साहित्य'
शोधार्थी दिनेश कुमार सिंह, शोध निर्देशक डॉ. प्रेमचन्द कुराली
सरदार पटेल विश्वविद्यालय, आणंद, गुजरात
32) 'भगवानदास मोरवाल के उपन्यासों में अभिव्यक्त कथ्य, समस्याएं तथा चरित्र-सृष्टि'
शोधार्थी श्वेता मिश्रा, शोध निर्देशक डॉ. सुरेंद्र प्रसाद
मुम्बई विश्वविद्यालय, मुम्बई, महाराष्ट्र
33) 'भगवानदास मोरवाल के कथा साहित्य का समाजशास्त्रीय विश्लेष्ण'
शोधार्थी मंजुला अग्रवाल , शोध निर्देशक सायरा बानो
दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा, हैदराबाद
34) 'भगवानदास मोरवाल के कथा साहित्य में समाजशास्त्रीय अध्ययन'
शोधार्थी सुधा पाण्डे , शोध निर्देशक डॉ. गौरव तिवारी
गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर, उत्तर प्रदेश
35) 'भगवानदास मोरवाल के उपन्यासों में सांस्कृतिक यथार्थ'
शोधार्थी अर्चना यादव, शोध निर्देशक डॉ. राजेश पासवान,
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नयी दिल्ली
36) 'भगवानदास मोरवाल के कथा-साहित्य में युग-चेतना'
शोधार्थी दीपाली आर्य, शोध निर्देशक प्रो. मानवेंद्र पाठक
कुमाऊँ विश्वविद्यालय, नैनीताल, उत्तराखंड
37) 'भगवानदास मोरवाल के साहित्य में व्यक्त विचारों के विविध आयाम'
शोधार्थी परेरा रामकृष्ण सनानासे, शोध निर्देशक डॉ. संजय कुमार शर्मा
उत्तर महाराष्ट्र विश्वविद्यालय, जलगाँव, महाराष्ट्र
38) 'भगवानदास मोरवाल के कथा साहित्य में कथ्य एवं शिल्प'
शोधार्थी टंकर बाबू, शोध निर्देशक डॉ. चंद्रा मुखर्जी
ओस्मानिया विश्वविद्यालय, हैदराबाद, तेलंगाना
39) 'भगवानदास मोरवाल के उपन्यासों में स्त्री-विमर्श'
शोधार्थी वैष्णवी पाटील, शोध निर्देशक डॉ. मनोहर पाटील
श्री जगदीशप्रसाद झाबरमल टीबड़ेवाला (जेजेटी) विश्वविद्यालय, झुंझुनूं, राजस्थान
40) 'भगवानदास मोरवाल के कथा-साहित्य में स्त्री-विमर्श'
शोधार्थी कुलदीप, शोध निर्देशक कृष्णा जून
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, रोहतक , हरियाणा
41) 'भगवानदास मोरवाल के साहित्य में संवेदना एवं शिल्प'
शोधार्थी सतपुते मिनेश , शोध निर्देशक डॉ. जितेंद्र पाटील
सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय, पुणे (महाराष्ट्र)
42) भगवानदास मोरवाल मोरवाल के कथा साहित्य का विश्लेषणात्मक अध्ययन'
शोधार्थी नीतू अनीश, शोध निर्देशक डॉ. के. शैलजा
महात्मा गांधी विश्वविद्यालय, कोट्टायम, केरल
43) 'भगवानदास मोरवाल के कथा-साहित्य में लोक-चेतना'
शोधार्थी सविता , शोध निर्देशक डॉ. गुंजन
डॉ भीमराव आम्बेडकर विश्वविद्यालय, आगरा, यूपी
44) 'भगवानदास मोरवाल के उपन्यासों में मूल्य चेतना : एक अध्ययन'
शोधार्थी भंवर लाल, शोध निर्देशक डॉ. नवीन नंदवाना
मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर
45) 'भगवानदास मोरवाल की कहानियों में सामाजिकता'
शोधार्थी दिव्या रानी के. एस., शोध निर्देशक डॉ. श्रीकला के. आई.
केरल विश्वविद्यालय, तिरुवनंतपुरम
46) 'भगवानदास मोरवाल के उपन्यासों में ग्रामीण जीवन'
शोधार्थी मनीता यादव, शोध निर्देशक डॉ. पिंकी पारिख
वनस्थली विद्यापीठ, जयपुर (राजस्थान)
47) 'भगवानदास मोरवाल के कथा-साहित्य में अभिव्यक्त जीवन-मूल्य'
शोधार्थी प्रीति मिश्रा, शोध निर्देशक डॉ. अनिल कुमार सिंह
मुम्बई विश्वविद्यालय, मुम्बई
48) 'भगवानदास मोरवाल के उपन्यासों में स्त्री-चरित्र : एक अनुशीलन'
शोधार्थी श्वेता कुमारी , शोध निर्देशक डॉ. सतीश कुमार राय
बी.आर.ए. बिहार विश्वविद्यालय, मुजफ़्फ़रपुर, बिहार
49) 'मेवात के प्रसिद्ध साहित्यकार भगवानदास मोरवाल के उपन्यासों में समाज-चित्रण के आयाम'
शोधार्थी मन्नू राम मीना, शोध निर्देशक डॉ. गौरव अग्रवाल
श्याम विश्वविद्यालय, लालसोट, दौसा , राजस्थान
50) 'भगवानदास मोरवाल का कथा साहित्य और स्थानिकता'
शोधार्थी सुबाष, शोध निर्देशक प्रो. विष्णु सरवदे,
हैदराबादविश्वविद्यालय, तेलंगाना
51) 'भगवानदास मोरवाल के उपन्यासों में लोकसाहित्य, समाज और संस्कृति'
शोधार्थी प्रभा गायकवाड़, शोध निर्देशक डॉ. भगवान गव्हाडे
डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय, औरंगाबाद, महाराष्ट्र
• जनवरी 2008 में ट्यूरिन (इटली) में आयोजित भारतीय लेखक सम्मलेन में शिरकत.
• पूर्व सदस्य , हिंदी अकादमी , दिल्ली सरकार एवं हरियाणा साहित्य अकादमी
संपर्क:
मोब. 9971817173
ई-मेल : bdmorwal@gmail.com
❤️❤️❤️❤️