दलित महिलाओं को स्तन ढकने का अधिकार नही था, टीपू सुल्तान ने इस घटिया प्रथा को बंद करवाया और कपड़े पहनने सिखाया। उसके बाद आप ने टू पीस वालों को तो देखा ही होगा.?
साल 1820 में, त्रावणकोर के दरबार में ब्रिटिश दीवान, कर्नल जॉन मुनरो ने उन सभी दलित औरतों को कपड़े पहनने की इजाज़त दी जो धर्मांतरण करके ईसाई बनी थीं...!!
मतलब बिना धर्म बदले इनको शरीर ढकने का अधिकार नहीं था।