लेखक व पत्रकार उपेंद्र कश्यप को डाक्टरेट की मिली मानद उपाधि
दाउदनगर (औरंगाबाद) :
दाउदनगर के चर्चित पत्रकार उपेंद्र कश्यप को ज्वलंत और सामाजिक मुद्दों पर रिपोर्टिंग करने, कई प्रकार के पत्रकारीय अभियान चलाने, विभिन्न राजनीतिक सामाजिक मुद्दों पर फोर्थ व्यूज पर लाइव डिबेट करने, सामाजिक सरोकारों को लेकर लगातार बेबाक रिपोर्टिंग करने, जानलेवा हमला झेलने के बावजूद खतरों के बीच बेबाक रिपोर्टिंग करते रहने के जज्बे को बड़ा सम्मान मिला है। सोकरेट सोशल रिसर्च यूनिवर्सिटी देलही ने उन्हें डाक्टरेट की मानद उपाधि प्रदान की है। इसके साथ ही संस्थान ने इंटरनेशनल इनोवेटिव एजुकेशन अवार्ड से भी सम्मानित किया है। उपेंद्र कश्यप कई मुद्दों पर बेबाक, बारीक व तटस्थ पत्रकारिता के कारण चर्चा में रहे हैं। वर्ष 2017 में उन पर दोहरे हत्याकांड की रिपोर्टिंग के समय अपराधिक तत्वों ने जानलेवा हमला भी किया था। उपेंद्र कश्यप के साथ दाउदनगर के भखरुआं निवासी शशि कुमार माथुर को भी यह सम्मान दिया गया है। बीते लगभग डेढ़ दशक से दिल्ली में रहते हुए समाज सेवा करने विशेषतः कोविड के दौरान खतरा मोल लेकर लोगों की मदद बड़े पैमाने पर करने के कारण उनको यह सम्मान दिया गया है। कोविड के दौरान व्यावसायिक क्षति होने के बावजूद झुग्गी झोपड़ी और गरीबों को भोजन कराने, जरूरतमंदों तक राहत पहुंचाने के कारण उनको यह सम्मान दिया गया है। यह सम्मान तीन मूर्ति मार्ग स्थित विश्व युवा केन्द्र में आयोजित भव्य समारोह में दिया गया।
जिसमें भारत के अलावा भूटान, नेपाल, आस्ट्रेलिया व यूएस के लोग सम्मानित हुए या बतौर अतिथि शामिल हुए। संस्थान के चेयरमैन के योगेश में संचालन किया। बतौर अतिथि राज्यसभा सांसद मिथिलेश कठेरिया, स्टेट कौंसिल आफ़ एज्युकेशनल रिसर्च ट्रेनिंग (एससीईआरटी) के ज्वाइंट डायरेक्टर एकेडमिक डा. नाहर सिंह, दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष प्रोफेसर अजय कुमार भागी, उत्तराखंड हाई कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश राजेश टंडन, दिल्ली पुलिस के एनकाउंटर स्पेशलिस्ट रहे पूर्व डीसीपी लक्ष्मी नारायण राव, आस्ट्रेलिया के शिक्षाविद डीख गैफी, दिल्ली विश्वविद्यालय में फिजिक्स के एचओडी डा. पीडी सहाय, सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता एपी सिंह, हिंदी के प्रोफेसर मनोज, जेएनयू के मैनेजमेंट के प्रोफेसर अरविंद कुमार, संतोष सुखवानी व अन्य उपस्थित रहे।