$ 0 0 he Welle मतदान के बाद रसीदमतदान के बाद मतदाताओं के पास इस बात का कोई कागजी सबूत नहीं रहता कि उन्होंने मतदान किया है. लेकिन इस बार लोकसभा में कई जगहों पर ऐसी व्यवस्था की गयी. आर्टिकल पर जाएंसिर्फ वादों पर झुग्गी में वोटमोदी के बचाव में आए रामदेवनीली स्याही की दीवानगीचुनाव में किस्मत आजमाते सितारे चुनावों में कलाकारों के जरिए पार्टियां अपने पक्ष में हवा बनाने की कोशिश करती हैं और कई बार कामयाब भी होती हैं. इस चुनाव में भी कई चर्चित चेहरे चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.अनियंत्रित सांप्रदायिक बयानों का चुनाव संविधान के अनुसार भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है और यहां सांप्रदायिकता फैलाना जुर्म है, लेकिन हकीकत यह है कि कुछ इक्का दुक्का राजनीतिक दलों को छोड़ कर लगभग सभी दल चुनावी लाभ के लिए घोर सांप्रदायिकता का इस्तेमाल कर रहे हैं.चुनावों के प्रति उदासीन है चाइना टाउन देश के एक बड़े महानगर का हिस्सा होने के बावजूद कोलकाता का एक इलाका ऐसा भी है जो लोकतंत्र के महाकुंभ यानी लोकसभा चुनावों के प्रति पूरी तरह उदासीन है.15 करोड़ के 'गरीब'उम्मीदवार बेल्लारी में बीजेपी के उम्मीदवार बी श्रीरामुलू अपने नए बन रहे बंगले तक पहुंचने से पहले एक काली गाय को रोटी खिलाते हैं. उन्हें लगता है कि वोटरों के साथ चुनाव जीतने के लिए उन्हें ऐसी धार्मिक आस्थाओं की भी जरूरत है.महाराष्ट्र में गठबंधनों का मुकाबला उत्तर प्रदेश के बाद लोकसभा में सबसे ज्यादा प्रतिनिधित्व महाराष्ट्र का है. लोकसभा में 48 सांसदों को भेजने वाले इस राज्य में मुख्य लड़ाई कांग्रेस-एनसीपी और बीजेपी-शिवसेना गठबंधन के बीच है.बेअसर राहुल गांधी का रोड शो चुनाव के मौसम में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने अलवर में रोड शो किया. पार्टी प्रत्याशी केंद्रीय मंत्री और अपने करीबी जितेंद्र सिंह के समर्थन में किए गए इस रोड शो का कोई असर नहीं हुआ.बॉलीवुड को बांटा मोदी ने भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी को लेकर देश भर में हो रही बहस में समर्थन और विरोध कोई नई बात नहीं है, लेकिन इस बार मुंबई फिल्म उद्योग की हस्तियां मोदी के नाम पर वैचारिक रूप से बंट गई हैं."भारतीय महिलाएं चुनाव हारीं""मर्द अपनी कुर्सी छोड़ना ही नहीं चाहते, बहुत सीधी सी बात है."यह सीधी बात सुभाषिनी अली कर रही हैं, जो खुद दो बार सांसद रह चुकी हैं. भारतीय चुनाव में इस बार भी महिलाओं की संख्या हाशिए पर है.बीजेपी की उम्मीद है मध्य प्रदेश लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी को गुजरात के बाद सबसे ज्यादा उम्मीद मध्य प्रदेश से है. नतीजों के मामले में मध्यप्रदेश गुजरात से आगे निकल सकता है. यहां मोदी लहर से ज्यादा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का प्रभाव है.नारों में मोदी आगे बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के पक्ष में पहले ही वाराणसी में 'हर हर मोदी'के नारे लग रहे थे. अब 'कण कण मोदी, घर घर मोदी'का नारा बुलंद हो रहा है."कमजोर नहीं हैं मनमोहन सिंह"प्रधानमंत्री के मीडिया सलाहकार पंकज पचौरी ने कहा है मीडिया मनमोहन सिंह की गलत छवि बना रहा है. प्रधानमंत्री के बारे में हाल में सामने आई दो किताबों से हुए विवादों के चलते पचौरी उनके बचाव में आए हैं.आम चुनावः छठा दौरपीएम का वोटअसम के दिसपुर में वोट डालने के बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि देश में मोदी की कोई लहर नहीं है. उनके मुताबिक मोदी की लहर मीडिया की उपज है. पीएम ने अपनी पत्नी के साथ दिसपुर में वोट डाला. 1234567लोकसभा चुनाव: कब, कहां मतदान भारत में लोकसभा की 543 सीटों के लिए चुनाव. किस राज्य में कब मतदान होगा, जानने के लिए क्लिक करें.देखिए तस्वीरें और वीडियो धीमे धीमे रफ्तार पकड़ता मतदान भारत में हो रहे आम चुनाव के सबसे बड़े दिन लोकसभा की 121 सीटों के लिए मतदान हो रहा है. 12 राज्यों के 16.61 करोड़ मतदाताओं के सामने कई नामी चेहरे हैं. कुछ जगहों पर हिंसा भी हुई.अंतरराष्ट्रीय चुनाव पाठशाला भारत में हो रहे लोकसभा चुनाव दुनिया की सबसे बड़ी चुनावी प्रक्रिया है. सफल ढंग से चुनाव आयोजित कराने के भारत के तरीके से कई देश प्रभावित हैं. 19 देशों के चुनाव अधिकारी तो भारत में ट्रेनिंग भी ले रहे हैं.