JMC01
प्रस्तुति--रोहित बघेल, राज शाह
पत्रकारिता का इतिहास एवं समसामयिक परिप्रेक्ष्य
Code:
JMC01
Programme:
Year / Semester:
1st Semester
Objective:
किसी भी विषय के उद्भव व उसके इतिहास को समझनाआवश्यक होता है तभी उस विषय का वर्तमान स्वरूप को सही रूप में समझा जा सकताहै। इसी बात को मद्देनजर रखते हुये इस प्रश्न पत्र का चयन किया गया जिससेछात्र पत्रकारिता का इतिहास और उसके समसामयिक परिप्रेक्ष्य को समझ सकें।Credits:
4
खण्ड-(क)
इकाई-1 पत्रकारिताः परिचय स्वरूप व विभिन्न आयाम
Journalism: Concept, meaning & various categories
इकाई-2 विश्व पत्रकारिता का संक्षिप्त इतिहास एवं विदेशों में पत्रकारिता
A brief History of world Journalism & Foreign Journalism
इकाई.3 भारतीय पत्रकारिताः हिन्दी पत्रकारिता के परिप्रेक्ष्य में
Indian Journalism with special impassion of Hindi Journalism
उन्नीसवीं सदी में हिंदी पत्रकारिता, बंगभूमि और हिंदी पत्रकारिता, बीसवीं सदी के उत्तरार्ध की हिंदीपत्रकारिता, बीसवीं सदी की हिंदी पत्रकारिता, स्वातंत्रयोत्तर हिंदीपत्रकारिता, भूमण्डलीकरण और हिंदी पत्रकारिता)
इकाई -4 स्वतंत्रता पूर्व व स्वतंत्रता के बाद भारतीय पत्रकारिता
Pre Independent & Post Independent Journalism in India
स्वतंत्रता पूर्व भारतीय पत्रकारिताक्रान्तिकारी आन्दोलन एवं पत्रकारिता भारतीय प्रांत एवं पत्रकारिता, स्वतंत्रता के बाद भारतीय पत्रकारिता प्रमुख प्रकाशन गृह और उनकी पत्रिकाएं
इकाई -5 उत्तराखण्ड में पत्रकारिता और कैरियर की संभावनाएं
Journalism of Uttarakhand & Opportunity of Journalism in Uttarakhand
उत्तराखण्ड में पत्रकारिता का उद्भव एवंविकास उत्तराखण्ड मंे पत्रकारिता का वर्तमान परिदृश्य प्रिंट एवंइलैक्ट्रानिक मीडिया में कैरियर की संभावनाएं
खण्ड-(ख)
इकाई- 1 समसामयिक, राजनैतिक, आर्थिक, सामाजिक, धार्मिक और सांस्कृतिक परिप्रेक्ष्य
Contemporary Politics, Economic, Social, religious & Cultural issue.
समसामयिक पत्रकारिता, राजनैतिक पत्रकारिता, सामाजिक पत्रकारिता, आर्थिक पत्रकारिता, धार्मिक पत्रकारिता, सांस्कृतिक, साहित्यक पत्रकारिता
इकाई -2 लोकतंत्र सामाजिक आन्दोलन और मीडिया (उत्तराखण्ड के विशेष संदर्भ में)
Democracy, Social Movements and Media
लोकतंत्र का अर्थ, सामाजिक आन्दोलनों कापरिचय, उत्तराखण्ड मंे सामाजिक आंदोलन और मीडिया, सामाजिक आन्दोलन, रिपोर्टिंग की अवधारणा एवं कार्य पद्धति, सामाजिक आन्दोलन रिपोर्टिंग कालक्ष्य और योग्यताएं, सामाजिक आंदोलन रिपोर्टिंग के प्रकार
Suggested Readings:
- अरविन्द मोहन : पत्रकार और पत्रकारिता प्रशिक्षण, सामयिकप्रकाशन, नई दिल्ली (2005)।
- मिश्र, अखिलेश : पत्रकारिताः मिशन से मीडिया तक, राजकमलप्रकाशन, नई दिल्ली (2004)।
- मेहता, आलोक : पत्रकारिता की लक्ष्मण रेखा, सामयिक प्रकाशन, नईदिल्ली, (2005)।
- शर्मा, भुवन : ‘गढ़वाली ’’ पत्र विविध आयाम, कु.वि.वि. इतिहासका अप्रकाशित शोध प्रबन्ध (2002)।
- साह, ज्योति : ‘‘शक्ति’’ के तीन दशक, ’पहाड़’ नैनीताल, (2010)।
- सकलानी, शक्ति प्रसाद :उत्तराखण्ड में पत्रकारिता का इतिहास, उत्तराप्रकाशन, रूद्रपुर, (2004)।
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Question Bank
MAHD02.pdf
EEG07.pdf
MAHI03.pdf
MAMC09.pdf
BAED01.pdf
DPHCN01.pdf
MAED03.pdf
MAMV01.pdf
MAMC10.pdf
MAMC11.pdf
MAMC12.pdf
BEGE108.pdf
BAUL101.pdf
MSW04.pdf
MTM07.pdf
MTM08.pdf
TS03.pdf
CCSM02.pdf
EC01.pdf
EC02.pdf
COF01.pdf
SA01.pdf
MASA03.pdf
YS01.pdf
YS02.pdf
LM1006.pdf
MAED04.pdf
CVP01.pdf
CVP02.pdf
MAPSY03.pdf
BBM.pdf
PCO.pdf
LM1004.pdf
BBA301.pdf
COF03.pdf
MSW.16.pdf
MCOM01.pdf
BCOM06.pdf
MAPSY01.pdf
CPJ01.pdf
ETS105.pdf
FM2103.pdf
MCOM04.pdf
CVP03.pdf
MAHD01.pdf
NS01.pdf
MAHD08.pdf
CP1002.pdf
BBA304.pdf
MAEG03.pdf
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