- 15 अक्तूबर 2015
जब कभी आपको तूफ़ान के दौरान तेज़ हवाओं का एहसास होता है तब क्या आप कभी सोचते हैं कि दुनिया में सबसे तेज़ हवाएं कहां बहती हैं.
शायद न सोचा हो. वैसे यदि आप ऐसा सोचें तो आपको ये जानकर अचरज होगा कि इस होड़ में कई शहर और क्षेत्र शामिल हैं.बैरो आइलैंड
इस सूची में अव्वल नंबर पर स्थित है बैरो आइलैंड. ऑस्ट्रेलिया के उत्तर-पश्चिमी तट पर स्थित यह द्वीप तेज़ हवाओं के लिए मशहूर रहा है. 10 अप्रैल, 1996 को यहां के वेदर स्टेशन ने क़रीब 408 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से चलने वाली हवाओं को रिकॉर्ड किया था.विश्व मौसम विज्ञान संस्था (डब्ल्यूएमओ) के मुताबिक़ यह सबसे तेज़ हवाओं का रिकॉर्ड है. इस तेज़ हवा की वजह ओलिविया नामक ट्रॉपिकल साइक्लोन (उष्णकटिबंधीय चक्रवात) था.
साइक्लोन ओलिविया के दौरान हवा के एक तेज़ झोंके ने ज़रूर रिकॉर्ड बना दिया, लेकिन इस साइक्लोन को सबसे ख़तरनाक साइक्लोन नहीं माना जाता है.
विश्व मौसम विज्ञान संगठन के मुताबिक़, इस मामले में चैंपियन 1961 का टायफून नैंसी है, जो प्रशांत महासागर में उत्पन्न हुआ था, इसके जापान के तट से टकराने पर 170 लोगों की मौत हो गई थी.
नैंसी जब जापान के समुद्री तट से टकराया था, तब उसकी गति 346 किलोमीटर प्रति घंटा थी. हालांकि मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक़ यह बढ़ाचढ़ा कर पेश किया गया आंकड़ा हो सकता है.
ओकलाहोमा
वैसे इससे भी तेज़ हवाएं टॉरनेडो में उत्पन्न होती है, ऐसे में दुनिया में सबसे तेज़ हवा वाला इलाक़ा अमरीका के मध्य में हो सकता है.टॉरनेडो में हवा तेज़ी से ज़मीन से उठती है और थंडरस्टॉर्म का रूप लेती है. तेज़ी से घूमती हुई हवा कॉलम के रूप में होती है, जब यह पानी के संपर्क में आता है तब झरने की तरह पानी गिरना शुरू हो जाता है, जिसे वॉटरस्पाउट कहते हैं.
टॉरनेडो सबसे ख़तरनाक और हिंसक वायुमंडलीय तूफ़ान होता है.
ओकलाहोमा में सबसे तूफ़ानी टॉरनेडो आया था. विश्व मौसम विज्ञान संस्थान के मुताबिक़ 3 मई 1999 को ब्रिज क्रीक के निकट आए टॉरनेडो तूफ़ान की गति 302 मील प्रति घंटा थी.
ये तूफ़ान निश्चित तौर पर ख़तरनाक होते हैं, लेकिन ज़्याद समय तक रहते नहीं. लेकिन एक जगह ऐसी है जहां सालों तूफ़ानी हवाएँ चलती हैं.
दक्षिणी समुद्र
इन्हें इन अक्षांशों के नाम से जाना जाता है - रोरिंग 40, फ्यूरियस 50 और स्क्रीमिंग 60. इन इलाकों में महाद्वीपों की मौजूदगी से भी तेज़ हवाओं पर असर नहीं होता. औसतन हवा की गति 100 मील प्रति घंटे होती है.
एक शताब्दी पहले इनके दक्षिण में स्थित एक जगह की पहचान सबसे तेज़ हवा वाली जगह के तौर पर हुई.
अंटार्कटिका
काफी तेज़ हवाओं के चलने और शून्य से कम तापमान के चलते काटाबाटिक हवाओं की गति को मापना ख़ासा मुश्किल है. ऐसी स्थिति में गति मापने वाले यंत्र भी कई बार नष्ट हो जाते हैं.
तो फिर सबसे तेज़ हवाओं वाली जगह कौन सी है? ऊपर दी गई जानकारी से स्पष्ट है कि ये इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस मापदंड से और किन भूगोलिक परिस्थितियों में ये तय कर रहे हैं.
अंग्रेज़ी में मूल लेख यहांपढ़ें, जो बीबीसी अर्थपर उपलब्ध है.
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