प्रस्तुति- संत शरण / रीना शरण
प्रस्तुति- संत शरण / रीना शरण
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रामोजी फिल्म नगरी का प्रवेशद्वार
रामोजी फिल्म सिटी (तेलुगू:రామోజీ ఫిలిం సిటీ) दुनिया का सबसे बङा फिल्म स्टूडियो परिसर माना जाता है। यह भारतके राज्य आंध्र प्रदेशकी राजधानी हैदराबादसे २५ किलो मीटर दूर नल्गोंडा मार्ग मे स्थित है। यह स्टूडियो 2000 एकड़(8.2वर्ग किलोमीटर) से भी अधिक क्षेत्रफल में फैला हुआ है। इस स्टूडियो में ५० शूटिंग फ्लोर है। इस स्टूडियो का शुरुवात १९९६ में हुआ था। यहाँ एक साथ १५ से २५ फिल्मों की सकती है। आरएफसी में फिल्म की प्री-प्रोडक्शन से पोस्ट प्रोडक्शन तक की तमाम सुविधाएं एक जगह मौजूद हैं यानी फिल्म का आइडिया लेकर आइये और फिल्म कैन करके जाइये.फिल्म-निर्माण के अलावा रामोजी फिल्म सिटी एक प्रसिद्ध पर्यटन केंद्र भी है, जहां हरसाल दस लाख से भी ज्यादा लोग आते हैं। आरएफसी को मानव-निर्मित आश्चर्य की श्रेणी में भी रखा जा सकता है।
अनुक्रम
इतिहास
दक्षिण के मशहूर फिल्म निर्माता और मीडिया बैरॉन रामोजी राव ने सन 1996 में रामोजी फिल्म सिटी की स्थापना की। रामोजी ग्रुप की ईकाई उषा किरण मूबीज लिमिटेड हिंदी, मलयालम, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मराठी और बांग्ला में अस्सी से भी ज्यादा फिल्में बना चुकीहै। उषा किरण मूवीज लिमिटेड ने भारतीय फिल्माकारों की फिल्मी कल्पना के मुताबिक इस फिल्म सिटी का निर्माण किया।स्टूडियो की विशेषता
रामोजी फिल्म सिटी पूर्व-निर्माण, निर्माण और पश्च-निर्माण की तमाम सुविधाएं मुहैया कराती है। इसमें 500 से ज्यादा सेट लोकेशन हैं। सैंकड़ों उद्यान, पचास के करीब स्टूडियो फ्लोर, अधिकृत सेट्स, डिजिटल फिल्म निर्माण की सुविधाएं, आउटडोर लोकेशन, उच्च-तकनीक के लैस प्रयोगशालाएं, तकनीकी सहायता सभी मौजूद है। फिल्म की आधारभूत संरचना में कॉस्ट्यूम डिजाइन लोकेशन, मैक-अप, सेट-निर्माण, तैयार साज-सज्जा, कैमरा, फिल्म निर्माण उपकरण, ऑडियो प्रोडक्शन, डिजीटल पोस्ट प्रोडक्शन और फिल्म प्रोसेसिंग की व्यवस्था भी शामिल हैं। रामोजी फिल्म सिटी में एक साथ बीस विदेशी फिल्म और चालीस देशी फिल्में बनाई जा सकती हैं। रामोजी फिल्म सिटी में न सिर्फ देशी, बल्कि विदेशी फिल्म निर्माता भी आते हैं।पर्यटन
रामोजी फिल्मनगरी में मैसूरके वृन्दावन उद्यानकी प्रतिकृति