उत्तरी अमेरिका के कैलिफ़ोर्निया में स्थितपृथ्वीका सबसे गर्म स्थान है। इसकी लंबाई 225 किमी है। अलग-अलग स्थानों पर इसकी चौड़ाई अलग-अलग है और यह 8 से 24 किमी के बीच में है। यहाँ गर्मियों के दिनों मेंतापमान54 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच जाता है और सर्दियों में रात में तापमान जमाव बिंदु से भी नीचे चला जाता है। चारों ओर सेपर्वतोंद्वारा घिरे रहने के कारण यह स्थान अत्यंत गर्म हो जाता है। अधिकांश लोगों की जान लेने और अपनी विषम परिस्थितियों के कारण ही इस क्षेत्र को 'डेथ वैली'कहा जाता है।
वर्षा की स्थिति
डेथ वैली उत्तरी अमेरिका का सबसे गर्म और सूखा स्थान है। इसकी तली सबसे नीची है। तली का सबसे नीचा स्थान समुद्र तल से 86 मीटर[1] नीचे है। इस वैली का तापमान 49 से 54 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच जाता है। यहाँ वर्षा केवल नाम मात्र के लिए ही होती है। साल में औसत वर्षा केवल 5 सेमी. के लगभग होती है। घाटी में पानी का निशान तक नहीं है। यदि कहीं-कहीं पानी है भी, तो बहुत ही खारा है। यहाँ की मिट्टी के द्वारा जल की पर्याप्त मात्रा को अवशोषित न करने के कारण भारी बारिश होने पर यहाँ बाढ़ का आ जाना एक सामान्य घटना है। इस रेगिस्तान में 'अभारगोसा नदी'तथा 'फ़र्नेस क्रीट', जो समुद्र से कटाव के रूप में निकली हैं, जल धाराएँ भी हैं, किंतु यह जल्द ही इस घाटी की रेतीली सतह में समा जाती हैं।
मौत की घाटी
डेथ वैली
शुरुआत में अमेरिका आने वाले लोगों को यह घाटी पार करके ही आना पड़ता था। इसके उच्च तापमान और सूखेपन के कारण बहुत से लोग घाटी को पार करने से पहले ही मर जाते थे। कैलिफ़ोर्निया के आस-पास के क्षेत्रों में सोने के भण्डारों का पता लगाने के लिए जाने वाले बहुत से लोग इस घाटी को पार करते समय मर गए। इन भयानक परिस्थितियों के कारण ही इस घाटी का नाम 'डेथ वैली'यानी 'मौत की घाटी'पड़ गया। सन 1870 में जब घाटी का अध्ययन किया गया तो इसमें हज़ारों जानवरों और मनुष्यों की हड्डियों के ढांचे मिले।