दुष्यंत कुमार पांडुलिपि संग्रहालय में आयोजित समागम संवाद में मुख्य व्यक्ता वरिष्ठ पत्रकार शरद द्विवेदी ने पत्रकारिता जगत में आने वाले छात्रों को मीडिया में संघर्ष से कामयाबी तक के सफर के विभिन्न चुनौतियों और परिस्थितियों से अवगत कराए। श्री दिवेदी ने बताये की अगर आपका सवाल बहुत ऊचा है तो आवाज़ ऊंची करने ज़रूरत क्या है। विनम्र रहिये और हमेशा फील्ड पे छोटे से छोटे कर्मियों का सम्मान कीजिये ताकि आप सम्मान सहित अपने उद्देश्य पूर्ण कर सके। पत्रकारिता एक सम्मानजनक प्रोफेशन है, क्योकि समाज में जो भी गतिविधियाँ असहज रूप से नकारात्मक तरीके से समाज पर प्रभाव डाल रही उसे सही करने में या फिर उसकी वास्तिविकता समाज को दिखाने में पत्रकार का बहुत बड़ा योगदान होता है। श्री दिवेदी ने छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए कहा की अपने माता-पिता को हमेशा अपनी आखों में रखना क्योकि इस संसार में सिर्फ वही एक है जो आपके जीते-जागते ईश्वर है, जिनका आशीर्वाद और सहयोग जीवन में हमेश आप पर बना रहेगा।
शोध पत्रिका समागम एवम दुष्यंत कुमार पांडुलिपि संग्रहालय के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित समागम संवाद में मशहूर अभिनेता अमिताभ बच्चन के अनेक उद्धरण देते हुए कहा सफलता चुनौती का नाम है जिसके बिना उद्देश्य अधूरा है, क्योकि हर वो आदमी जो आज कामयाब इंसान है वो इसलिए है क्योकि उसने अपने जीवन के सफर में अनगिनत चुनोतियो का सामना किया। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ पत्रकार एवम एडिटर मनोज कुमार द्वारा किया गया।