रात भर जगकर वेब सीरीज देखना एक अलग ही दुनिया मे ले जाता है। खाकी- द बिहार चैप्टर, आईपीएस अमित लोढ़ा की खुद की कहानी, जिसे मूवी में एक यस आई द्वारा कहलवाया गया है। आईपीएस अमित की किताब तो नहीं पढ़ा पर पर नीरज पांडे के निर्देशन में बनी और नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हुई यह वेब सीरीज बिहार में इक्कसवीं सदी के शुरुआत में राजद का सरकार से बाहर होना और जदयू के सरकार में आने के दौरान अतिपिछड़ी जातियों के आत्मसम्मान और राजनीति में भागीदारी की शानदार कहानी बताती है। मैं कहानी बताकर देखने वलां का सस्पेंस नहीं खत्म करने वाला। पर मूवी से मिलने वाली सामाजिक समझ की बात जरूर करूंगा। क्यों कि खुद के लिए एक्टिंग और सिनेमेटोग्राफी की समझ सायद अभी उस स्तर की नहीं मानता, इसलिए मूवी से मिलने वाली सामाजिक समझ, सीख और उद्देश्य जरूर जानने का प्रयास करता हूँ।