2019 का चुनाव अब तक सबसे महंगा चुनाव था और इन चुनावों में बीजेपी ने 27000 करोड़ रु खर्च किये मतलब उसने हर वोटर पर 700 रु खर्च किए और हर संसदीय सीट पर 100 करोड़ रु खर्च किये
रुको जरा.. थोड़ी और परते खोलते है 20 हजार करोड़ केवल प्रचार पर खर्च किये थे 3000 हजार करोड़ सोशल मीडिया पर खर्च किये थे 4 हजार करोड़ केवल लॉजिस्टिक पर खर्च कर दिए..रुको अभी खत्म नही हुआ...
2018 के बाद बीजेपी ने 500 बड़े आलीशान ऑफिस बनाये और 300 और बन रहे है दिल्ली वाले हेड आफिस की कीमत ही 700 करोड़ रुपये है और राज्यों के हेड आफिस की औसत कीमत 100 करोड़ रुपये है
2024 का चुनाव खर्च 10 खरब को पार कर सकता है पिछले चुनाव का 45 % बीजेपी ने खर्च किया था इस बार यह आँकड़ा 50 फीसदी को पार कर सकता है याने 5 खरब रुपया वो किसके भरोसे पर खर्च करने का सोच रही है
सारे भ्रष्टाचार की जननी चुनावी खर्च है अगर 2019 चुनाव भारत के वाटर शेड चुनाव था तो 2024 चुनाव फायर शेड चुनाव होगा क्योंकि
कारपोरेट का काला पैसा पूरे लोकतंत्र को जला देगा मैं कम लिखा हूँ आप ज्यादा समझना