डॉ0 अनामिका श्रीवास्तव : कार्यक्रम प्रमुख
डॉ0 अनामिका श्रीवास्तव ने दिनांक 01 अगस्त 2018 को आकाशवाणी गोरखपुर के कार्यक्रम प्रमुख का कार्यभार संभाला। कार्यक्रम के क्षेत्र में आपको 2010 में न्यूयॉर्क में ICDB पुरस्कार अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर बच्चो के अधिकारों के लिए काम करने हेतु मिला है। इसके अतिरिक्त आकाशवाणी लखनऊ में अपने कार्यकाल के दौरान "विरासतें छोड़ जाएंगे हम", "जन मन के रमई काका", "यादों की रहगुज़र से", "आओ छू ले आसमान"श्रंखलायें एवं सम्पूर्ण प्रकार के अवधी लोकगीतों की 30 एपिसोड की बेहद लोकप्रिय श्रृंखला का निर्माण किया।
इनके द्वारा वर्ष 2004 में एफ0एम0 रेनबो लखनऊ पर 1 घण्टे का विज्ञान प्रसार का कार्यक्रम "हेलो यंग साइंटिस्ट"प्रारंभ किया गया, जिसकी परिकल्पना, निर्माण व प्रस्तुति उन्होंने स्वयं की। वर्तमान में 14 वर्षों बाद इस कार्यक्रम का प्रसारण जारी है, जो कि किसी भी एफ0 एम0 चैनल पर प्रसारित होने वाला सबसे लंबे समय तक चलने वाला विज्ञान कार्यक्रम है। एफ0 एम0 पर ही "सोना कितना सोना रे", "एफ0एम0 मेहमान"जैसे कई श्रृंखला कार्यक्रमों की भी आप प्रोड्यूसर एवं प्रस्तुतकर्ता रहीं हैं। 500 से अधिक "रूपक", डॉक्यूमेंट्री एवं नाटकों का भी आप निर्माण कर चुकी हैं। अवधी लोक में वे घर-आंगन की स्टॉक कैरेक्टर "अन्नू दीदी"के नाम से आज भी लोकप्रिय हैं। भारत सरकार के लोकगीतों के मेगा प्रोजेक्ट के अंतर्गत सैकड़ों अवधी लोकगीतों को गांव-गांव जाकर एकत्र किया।
आकाशवाणी गोरखपुर में आप के नेतृत्व में लोकगीतों के राष्ट्रीय प्रसारण के अंतर्गत 6 जून को ब्रजकिशोर त्रिपाठी "गुलाब"के गाये लोकगीतों का राष्ट्रीय स्तर पर प्रसारण हुआ। इसके बाद 15 जुलाई 2018 को शिवदास चक्रवर्ती का अखिल भारतीय रविवासरीय संगीत सभा मे सरोद वादन का राष्ट्रीय प्रसारण हुआ जो केंद्र के इतिहास में पहली बार हुआ। इसके अतिरिक्त सन्त कबीर नगर मगहर में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के आगमन की रेडियो रिपोर्ट के राष्ट्रीय प्रसारण को आकाशवाणी महानिदेशालय से "प्रशंसा-पत्र"भी प्राप्त हुआ।
वर्तमान में कार्यक्रम प्रमुख के तौर आपके कुशल निर्देशन में समसामयिक विषयों पर नियमित कार्यक्रम भी एफ0एम0 विविध भारती 100.1 चैनल पर प्रसारित हो रहे हैं।