सनी_लियॉन_को_कंगना_के_खिलाफलोग_समर्थन_दे_रहे
#कंगना रनौत एक अच्छी अदाकार हैं। अपनी मेहनत और कला से फ़िल्म इंडस्ट्री में एक मुकाम हासिल किया। एकाएक पिछले कुछ वर्षों में उसने विवादों को गले लगाने का ऐसा सिलसिला शुरू किया जिससे उनकी उपलब्धियों पर पानी फिरना शुरू हो गया। मैं यह नहीं कहता कि अगर वो आरोप लगाती है कि उसका और हर उसके जैसी बगैर स्थापित खानदान के आने वाली लड़की को बिस्तर गर्म करना पड़ता है, तो वह गलत आरोप लगा रही है। आपत्ति यह है कि एक्टर या निर्माता निर्देशक के खिलाफ नामजद रिपोर्ट कराये। जैसा मी टू केम्पेन में हुआ।
ताजा विवाद में उसने खुद का खुद ही पर्दाफाश कर लिया कि वो केंद्र सरकार और भाजपा के हाथों में कठपुतली बनकर महाराष्ट्र सरकार और शिवसेना के खिलाफ टुच्ची बातें कर रही है। जया बच्चन के खिलाफ कंगना ने जिस अभद्र भाषा का उपयोग किया, उससे उसका हल्कापन नँगा हो गया। उर्मिला मातोंडकर को मैंने एनडीटीवी पर सुना। शाबाश उर्मिला, साफ और सीधे शब्दों में कंगना को धो कर रख दिया। बिल्कुल सही कहा कि जब कंगना पैदा भी नहीं हुई थी, जया जी गुड्डी, अभिमान और मिली जैसी फिल्मों में शानदार अभिनय से शोहरत हासिल कर चुकी थी। एक संजीदा अभिनेत्री के अलावा एक सांसद के तौर पर भी उन्होंने समय समय पर संसद में फ़िल्म इंडस्ट्री और महिलाओं के उत्पीड़न के मुद्दों पर अपनी बात जोरदार तरीके से रखी। उनके बारे में कंगना को टिप्पणी करने से पहले आईने में अपना अक्स जरूर देख लेना चाहिए था।
फ़िल्म इंडस्ट्री अकेली नहीं है जहां ड्रग्स के शिकंजे में लोग फंसे हुए हैं। इस विकराल धंधे की जद में देश के कई क्षेत्र हैं। प्रमोद महाजन के पुत्र राहुल के बंगले पर जो घटना हुई थी वो प्रधानमंत्री निवास से कुछ सौ मीटर दूर था। हत्या हो गई। सब दब गया। सुशांत सिंह मामले में भी जांच शुरू हुई उसकी हत्या की आशंका से। परिजनों ने आरोप लगाए। जांच का रुख नशे की ओर मुड़ गया। सुशांत की छवि एक नशेड़ी की उघड़ कर आई। उसकी गर्लफ्रैंड को गिरफ्तार कर लिया। तमाशा बना। फिर अचानक कंगना पैराशूट से कूदी। गिरी विवादों के दलदल में और तब से कीचड़ उछाल रही है। केंद्र सरकार ने उसको वाई केटेग़री सुरक्षा दे दी!? आज तक तमाम महिला बलात्कार पीड़ितों ने जान का खतरा बताकर सुरक्षा मांगी, उनको मरने दिया गया। ये कांग्रेसी कार्यकर्ता माँ की बेटी को सिर्फ इसलिए वीवीआइपी श्रेणी की सुरक्षा मिल गयी क्योंकि वो मोदी की सार्वजनिक फैन है। खुलकर तारीफ करती है। ठाकरे परिवार के खिलाफ बोल रही है। माँ ने काँग्रेस छोड़कर भाजपा की सदस्यता ले ली। अब वो भी टीवी पर राग भाजपा गा रही हैं।
ये विवाद अब सनी लियोन तक आ पहुंचा है। कंगना ने कहा था कि उर्मिला मातोंडकर तो सॉफ्ट पोर्न स्टार है। सनी लियोन का भी हवाला दिया। अब सनी लियोन ने कहा कि जो लोग किसी के बारे में कुछ नहीं जानते वो सबसे ज्यादा बोलते हैं। यह अजीब है। 4 लाख लोगों ने उसके बयान को समर्थन दे कर यह साबित किया है कि वो कंगना से बेहतर सनी को मानते हैं।