भोपाल। महाराजा विक्रमादित्य शोध पीठ द्वारा 13 मार्च 2022 से 15 मार्च तक आगरा में सम्राट विक्रमादित्य तथ्य एवं अवधारणा पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया है। इस तीन दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी में देशभर के सुपरीचित इतिहासकार शामिल होंगे। यह राष्ट्रीय संगोष्ठी विक्रम विश्वविद्यालय एवं दयालबाग शिक्षण संस्थान, आगरा के सहयोग से किया जा रहा है। इस तीन दिवसीय सेमीनार में उज्जैन, आगरा, वाराणसी, कोलकाता, भोपाल, पुणे, भुवनेश्वर, जावरा, अलीगढ़, पुरी, महिदपुर से पुरातत्व प्राच्य इतिहास और साहित्य के विशेषज्ञ शामिल होंगे। इस आशय की जानकारी महाराजा विक्रमादित्य शोध पीठ के निदेशक श्री श्रीराम तिवारी ने दी।
निदेशक श्री तिवारी ने बताया कि प्रतिदिन तीन सत्र होंगे, जिसमें क्रमशः सम्राट विक्रमादित्य तथ्य एवं अवधारणा, वांग्मय में विक्रमादित्य, भारतीय सम्वतों का ऐतिहासिक सर्वेक्षण, विक्रमकालीन मुद्रा, मुद्रांक एवं पुरातत्व तथा लोक कथाओं में विक्रमादित्य पर चर्चा होगी तथा शोध पत्र प्रस्तु किए जाएंगे।
अश्विनी शोध संस्थान की विक्रमकालीन मुद्रा एवं मुद्रांक की प्रदर्शनी के आयोजन के साथ राजीव सिंह के निर्देशन में ‘वारतां विक्रमादित्य दी’ एवं दूसरी प्रस्तुति संजय मेहता के निर्देशन में ‘भारत भारती’ की होगी। इस तीन दिवसीय संगोष्ठी का संयोजन दयालबाग शिक्षण संस्थान, आगरा की संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ. अनीता करेंगी।