देश के पांच राज्यों के विधानसभा के चुनाव परिणामों के रुझान अब धीरे धीरे कर स्पष्ट होते चले जा रहे हैं । पांच राज्यों के रुझान व परिणामों से पता चलता है कि उत्तर प्रदेश,उत्तराखंड ,गोवा और मणिपुर में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी। वहीं दूसरी ओर पंजाब में आप की सरकार बनेगी। पांच राज्यों के चुनाव समापन के पश्चात एग्जिट पोल के जो परिणाम सामने आए थे, उसके ही अनुकूल पांच राज्यों के चुनाव परिणाम यह सिद्ध करता है कि देश की मीडिया कितनी प्रभावी ढंग से अपने कार्य को अंजाम दे रही है। पांच राज्यों के विधानसभा के चुनाव परिणाम से यह तस्वीर स्पष्ट हो जाती है कि देश की जनता, भारतीय जनता पार्टी पर अपना पूर्ण समर्थन प्रदान करती है । देश की जनता माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति अपनी निष्ठा व्यक्त करती है। पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणाम यह भी भविष्यवाणी करती नजर आती है कि 2024 में देश में होने वाले लोकसभा चुनाव में देश की जनता पुण: एक बार भारतीय जनता पार्टी को सत्तासीन करना चाहती है। पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणाम राजनीतिक दृष्टि से बहुत कुछ कह रही है।
उत्तर प्रदेश देश की सबसे बड़ी जनसंख्या वाली राज्य है। उत्तर प्रदेश के संबंध में कहा जाता है कि उत्तर प्रदेश के नतीजे ही देश के प्रधानमंत्री मनोनीत करते हैं । विधानसभा के चुनाव परिणाम यह भी बता दिया है कि उत्तर प्रदेश की जनता आदित्यनाथ योगी के प्रति अपनी पूरी निष्ठा रखती है । मीडिया में यह चर्चा थी कि योगी आदित्यनाथ इस बार जीत का परचम लहरा नहीं पाएंगे । वही दूसरी ओर समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव प्रदेश के नए मुख्यमंत्री होंगे ! इस तरह की अटकलें और संभावनाएं व्यक्त की जा रही थी। चुनाव परिणाम आने के पश्चात ये सारी अटकलें धाराशाई हो गई । उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में जात-पात के आधार पर राज्य की लगभग सभी राजनीतिक पार्टियों ने अपनी - अपनी जाति के वोटरों को अपनी और आकर्षित करने का प्रयास किया। राज्य के मतदाताओं को भी बांटने का हर संभव प्रयास किया। लेकिन उत्तर प्रदेश की जनता ने जात पात से अलग हटकर मतदान किया । फलत: जिन क्षेत्रों से बसपा के उम्मीदवारों की जीतने की उम्मीद थी, उन विधानसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी जीते हैं। इससे प्रतीत होता है उत्तर प्रदेश के हिंदू, मुसलमान, सीख,जाट, स्वर्ण, पिछड़ी जाति के मतदाताओं ने जात पात से अलग हटकर मतदान किया । यह देश की एकता और अखंडता के लिए बहुत ही बेहतर हुआ।
योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने से पूर्व उत्तर प्रदेश देश के प्रमुख आपराधिक राज्यों की श्रेणी की पंक्ति में खड़ा था। 1917 के विधानसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की जनता ने अपराधीकरण, जात पात के विरुद्ध भारतीय जनता पार्टी को प्रचंड बहुमत से अपना नैतिक समर्थन दिया था। परिणाम स्वरूप योगी आदित्यनाथ राज्य के मुख्यमंत्री बने । मीडिया में यह भी प्रचार किया गया था कि योगी आदित्यनाथ घोर दक्षिणपंथी है। इनके मुख्यमंत्री बनने से अल्पसंख्यक की हानि होगी । लेकिन बीते पांच वर्षों के दौरान उनकी सरकार ने यह सिद्ध कर दिया कि उत्तर प्रदेश में अब अपराधियों की नहीं चलेगी। जात-पात के आधार पर लोगों को नहीं बांटा जाएगा । धर्म के आधार पर लोगों के बीच घृणा के बीज नहीं बोए जाएंगे । उत्तर प्रदेश की जनता अब यह मान रही है कि उनका उत्तर प्रदेश धीरे धीरे कर अपराधियों के चंगुल से मुक्त होता चला आ रहा है । यह किसी भी प्रांत के वासियों के लिए एक अच्छी खबर है। उत्तर प्रदेश की जनता ने योगी आदित्यनाथ पर दोबारा भरोसा कर उत्तर प्रदेश को एक विकसित राज्य बनाने की दिशा में निर्णय लिया है । जबकि उत्तर प्रदेश का इतिहास रहा है कि दोबारा एक पार्टी की सरकार लगातार रह नहीं पाती है । इस परंपरा को योगी आदित्यनाथ ने तोड़ दिया है । यह जीत भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में एक बड़ी जीत के रूप में देखी जा रही है। आज भारतीय जनता पार्टी की विजयी होने पर चंहुओर पटाखे फूट रहे हैं। लोग नाच गाकर राज्य भर में खुशियां मना रहे हैं। 403 विधानसभा सीटों में भाजपा 267 सीटों पर जीत रही है। वहीं समाजवादी पार्टी 132 सीटों पर जीत रही है। बसपा एक सीट पर जीत रही है। अन्य दो उम्मीदवार जीत रहे हैं। कांग्रेस पार्टी का उत्तर प्रदेश से पूरी तरह सफाया हो जाना, उत्तर प्रदेश कांग्रेस पार्टी के लिए जबरदस्त राजनीतिक सेटबैक है । कांग्रेस पार्टी को इस राजनीतिक सेटबैक पर गंभीरता से विचार करने की जरूरत है। आखिर उत्तर प्रदेश की जनता ने उन्हें क्यों इस कदर नकार दिया ?
उत्तराखंड विधानसभा के चुनाव परिणाम यह साबित करता है कि उत्तराखंड की जनता ने भाजपा के हाथों पुन: राज्य की सत्ता की चाभी सौंप दी है । उत्तराखंड की 70 विधानसभा सीटों के जो परिणाम और रुझान सामने आए हैं। उसके अनुसार भाजपा 48 सीटों पर, कांग्रेस 18 सीटों पर और अन्य चार सीटों पर उम्मीदवार विजयी हो रहे हैं । उत्तराखंड के संबंध में भी यह बात कही जा रही थी कि भाजपा इस बार दोबारा सत्ता में नहीं आ पाएगी। उत्तराखंड देश का एक ऐसा प्रदेश है, जहां दूसरी बार अन्य पार्टी की ही सरकार बनती रही है। इस बार इस परंपरा को उत्तराखंड के मतदाताओं ने बदल कर रख दिया । उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पर पुण: विश्वास व्यक्त किया है। जिस अंदाज में देश के प्रधानमंत्री उत्तराखंड विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान जनसभाओं को संबोधित कर कहा, उत्तराखंड के और बेहतर विकास करने की बात बताई, जनता के दिलो-दिमाग में यह बात बैठ गई। राज्य की जनता ने पुष्कर सिंह धामी पर पुण: विश्वास व्यक्त किया । एग्जिट पोल में जिस परिणाम की भविष्यवाणी किया गया था, उसमें आशंका व्यक्त की गई थी कि भाजपा दोबारा सरकार में आ भी सकती है ! और नहीं भी आ सकती है ! लेकिन चुनाव के परिणाम व रुझान यह बताते हैं कि उत्तराखंड में भाजपा पूर्ण बहुमत के साथ आ रही है । उत्तराखंड के चुनाव परिणाम कई मायने में बहुत ही महत्वपूर्ण है। देश की जनता ने देश के माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबका साथ, सबका विकास पर अपना विश्वास व्यक्त किया है । उत्तराखंड तेजी से विकसित होने वाले राज्यों की श्रेणी के क्रम में प्रथम पंक्ति पर है । देश की जनता ने राज्य के विकास के लिए पुण: भाजपा के हाथों सत्ता की चाभी सौंपा कर इत्मीनान महसूस कर रही है।
गोवा देश का एक महत्वपूर्ण राज्य है। पर्यटन की दृष्टि से गोवा देश के एक प्रथम महत्वपूर्ण राज्यों में एक है । गोवा के 40 विधानसभा सीटों पर बीजेपी के उम्मीदवार 20 सीटों पर विजयी हो रहे हैं । कांग्रेस 12 सीटों पर जीत रही है । टीएमसी 2 सीटों पर आगे चल रही है । आप 2 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि चार अन्य उम्मीदवार आगे चल रहे हैं । गोवा में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में सरकार जरूर बन जाएगी। लेकिन उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की तुलना में गोवा में कमजोर सरकार रहेगी । जबकि भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय नेता से लेकर प्रांतीय नेताओं ने गोवा के चुनाव प्रचार में पूरी शक्ति लगा दी थी। चुनाव परिणाम भाजपा पक्ष में है। पुण: डॉ प्रमोद सावंत राज्य के मुख्यमंत्री बनेंगे। ऐसी आशा है।
मणिपुर विधानसभा के चुनाव परिणाम सामने आ गए हैं। मणिपुर विधानसभा के 60 सीटों में बीजेपी 31 सीट पर आगे चल रही है। वहीं कांग्रेस 5 सीटों पर आगे चल रही है । अन्य 24 सीटों पर आगे चल रहे हैं अब पिक्चर साफ हो गई है कि मणिपुर में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी । जैसी आशा है कि मणिपुर के वर्तमान मुख्यमंत्री एन.वीरेन सिंह पुण: राज्य के मुख्यमंत्री बनेंगे। मणिपुर की जनता केंद्र की सरकार के सबका साथ, सबका विकास की बातों को आत्मसात कर राज्य की सरकार को अपना नैतिक समर्थन दिया है।
पंजाब देश के प्रमुख राज्यों में एक है। पंजाब के 117 विधानसभा सीटों में आप के उम्मीदवार 92 सीट पर आगे चल रहे हैं । कांग्रेस पार्टी अट्ठारह सीटों पर आगे चल रही है। बीजेपी 2 सीटों पर आगे चल रही है । वहीं अकाली दल 4 सीटों पर अआगे चल रही है। जबकि एक सीट पर एक निर्दलीय उम्मीदवार आगे हैं । पंजाब के विधानसभा चुनाव परिणाम पर एग्जिट पोल ने जो आशा व्यक्त की थी, उससे भी बड़ी जीत आप को हासिल हुई है। पंजाब राज्य की सीमा पाकिस्तान की सीमा से सटी हुई है । आप की सरकार पंजाब में बनने से कई सवाल राजनीतिक गलियारों में उठ रहे हैं। पिछले दिनों कुमार विश्वास ने आप का संबंध खालिस्तानी नेताओं से है,के संबंध में आरोप लगाया था। यह आरोप केंद्रीय गृह मंत्रालय में विचाराधीन है। अगर यह बात सच साबित होती है,तो इसके कई मायने हो सकते हैं । इसलिए केंद्र की सरकार को पंजाब पर कड़ी नजर रखने की जरूरत है।
विजय केसरी,
( कथाकार / स्तंभकार )
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