समय है, शब्द भी हैं फिर भी लिख नहीं पा रहा हूँ क्योंकि शख्सियत बहुत बड़ी हैं और सारे शब्द इस महान शख्सियत के सामने बहुत बौने हैं। मैं इस लाचारी में लिखने का प्रयास तो कर रहा हूँ लेकिन डरा हुआ हूँ कि जो उद्गार (Udgaar) व्यक्त करना चाहता हूँ, उसमें कामयाबी मिलेगी या नहीं। कहीं भी कोई भी शब्द मेरी भावनाओं का भार ढोने में असमर्थ दिखे और हाँफता नज़र आए हो मुझे माफ़ कर दें।
सच कहूँ, इस महान व्यक्तित्व पर लिखने की मेरी हैसियत भी नहीं है। लेकिन साल में एक बार तो लिखने का साहस जुटा ही लेता हूँ। आज उनके जन्मदिन पर अपने लेखन के सामर्थ्य की फिर परीक्षा ले रहा हूँ।
सादगी और सरलता के प्रतिरूप डॉक्टर Harsh Vardhan जी के व्यक्तित्व पर पूरा ग्रंथ लिखा जा सकता है। मृदुभाषी डॉक्टर साहब की कार्यशैली, कर्मठता, जनसेवा की भावना, मेहनत, लगन, ईमानदारी, प्रबंधन और नेतृत्व प्रतिभा बेजोड़ और बेमिसाल है; अनुकरणीय है।
सर्वविदित है कि डॉक्टर साहब के प्रयासों से ही देश से पोलियो का अंत हुआ है। जब उन्होंने पोलियो ख़त्म करने की पहल की थी तब लोग आशंका भी व्यक्त करते थे- भला एक व्यक्ति ऐसी भयानक बीमारी को कैसे भगा सकता है क्योंकि बच्चों के लिए 10 सर्वाधिक घातक बीमारियों में से एक बीमारी पोलियो थी। लेकिन डॉक्टर साहब ने उनकी आशंकाओं को निर्मूल साबित किया और हम गर्व से कह सकते हैं कि हमारा देश पूर्णतः पोलियो मुक्त है।
1994 में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री के रूप में डॉक्टर हर्ष वर्धन जी ने पल्स पोलियो कार्यक्रम की पायलट परियोजना लागू की थी जिसमें दिल्ली में तीन वर्ष की आयु तक के 10 लाख बच्चों का सामूहिक टीकाकरण किया गया था। 1995 में इस कार्यक्रम को देशभर में शुरू किया गया जिससे 8 करोड़ 80 लाख बच्चों का टीकाकरण कर उन्हें इस बीमारी से बचाया गया। 28 मार्च 2014 को WHO ने भारत को पोलियो मुक्त घोषित किया था क्योंकि तीन वर्षों से पोलियो का कोई भी मामला सामने नहीं आया था।
डॉक्टर साहब ने A Tale Of Two Drops नाम से एक पुस्तक लिखी है। उसमें बताया है कि पोलियो उन्मूलन कार्यक्रम 3000 साल बाद स्वास्थ्य के क्षेत्र में अब तक की सबसे बड़ी पहल थी।
वे अच्छे अभिनेता भी हैं। उनका यह पक्ष शायद कम लोग जानते होंगे। 2018 में पर्यावरण मंत्री रहते दिल्ली की सबसे लोकप्रिय राम लीला 'लव कुश'में उन्होंने मिथिला के राजा जनक की भूमिका निभाई थी। उस रोल को निभाते समय भी अपने पर्यावरण मंत्री का रोल नहीं भूले और मंच से सफाई का संदेश जनता तक पहुँचाया।
डॉक्टर साहब की एक सबसे बड़ी खूबी है जिसकी हर कोई राजनीतिक विचारधारा से ऊपर उठ कर तारीफ करता है। मै यह बात प्रामाणिक जानकारी के आधार पर कह रहा हूँ। मेरे एक क़रीबी ने एक रोचक क़िस्सा सुनाया- हमारी सोसाइटी में एक 'आप'पार्टी की कार्यकर्ता हैं। उनसे अभी इलेक्शन के दिनों में बात हो रही थी तो यह कह रही थीं कि मैं 'आप'पार्टी के लिए काम करती हूँ लेकिन डॉक्टर हर्षवर्धन जी इतने अच्छे इंसान हैं कि मेरी कोई भी समस्या होती है तो फौरन हल कर देते हैं। कभी यह नहीं सोचते कि मैं आम आदमी पार्टी की कार्यकर्ता हूँ।
मैने स्वयं देखा है कि असीम उदारता से काम करने वाले डॉक्टर साहब जनसेवा करते समय पार्टी और राजनीतिक विचारधारा की सीमाओं से बाहर निकल कर हर किसी का काम करते हैं। उनकी अपने नाम से बनी ऐप पर कोई अपनी समस्या बताता है तो उसे हल करने का भरसक प्रयास करते हैं; कभी यह नहीं देखते की समस्या बताने वाला किस पार्टी का है।
उनके योगदान की फहरिस्त बहुत लंबी है। ऐसे ही अवसरों पर किस्तों में उनके योगदान को याद करता रहूँगा। फ़िलहाल उन्हें जन्मदिन की अशेष, अनंत और असीम हार्दिक शुभकामनाएँ। दुनिया में जितने फूल खिले हैं उतनी ही हार्दिक बधाई। उन फूलों की खुशबू की मानिंद उत्तम स्वास्थ्य और खुशियों से उनका जीवन महकता रहे और समाज उनकी सेवाओं का लाभ उठाता रहे। उनकी हज़ारी उम्र हो, ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ