सरोकारों से विमुख क्यों है पत्रकारिता
Home» Features» 27 July 2013 »जब कभी पहले पत्रकार ने धरती पर कदम रखा होगा, उसके सामने एक बड़ा सवाल यह रहा होगा कि पत्रकारिता का उद्देश्य क्या है? यह भी कि वह अन्य व्यवसायों से भिन्न क्यों है? यदि आप...
View Articleपत्रकारिता क्या है? / डॉ0 राकेश रयाल
22:27 पत्रकारिता No commentsडॉ0 राकेश रयाल (जनचेतना, मनचेतना और आज धन चेतना जागृत करने का एक सशक्त माध्यम)‘पत्रकारिता’ समाज का एक ऐसा दर्पण है जिसमें समाज में घटित समस्त घटनाओं को देखा जा सकता है। यदि...
View Articleसंप्रेषण के हर मंत्र को संबोधित करती नई मीडिया
21:47 नई मीडिया No commentsजन कल्याणकारी विचारों तथा सामग्रियों के संप्रेषण में नई मीडिया की भूमिकालेखकः मीनाक्षी अरोड़ा और केसरसूचना संप्रेषण के व्यापक फलक पर नई मीडिया की उम्र बहुत छोटी है। बहुत कम...
View Articleजनसंचार माध्यम और लेखन
अभिव्यक्ति और माध्यमजनसंचार माध्यम१.संचार: सूचनाओं, विचारों और भावनाओं का लिखित, मौखिक या दृश्य-श्रव्य माध्यमों के जरिये सफ़लता पूर्वक आदान-प्रदान करना या एक जगह से दूसरी जगह पहुँचना संचार है। इस...
View Articleजनसंचार माध्यम और लेखन
अभिव्यक्ति और माध्यमजनसंचार माध्यम१.संचार: सूचनाओं, विचारों और भावनाओं का लिखित, मौखिक या दृश्य-श्रव्य माध्यमों के जरिये सफ़लता पूर्वक आदान-प्रदान करना या एक जगह से दूसरी जगह पहुँचना संचार है। इस...
View Articleआज का मीडिया जन सरोकार से भटक गया है: प्रो रामशरण जोशी
महात्मा गांधी अंतरराष्टीय हिंदी विवि वर्धासंचार एवं मीडिया अध्ययन केन्द्र में आयोजिज साप्ताहिक व्याख्यानवर्धा, विजया सिंह/ पंकज सोनी : देश का चौथा स्तंभ कहा जाने वाला मीडिया आज कॉरपोरेट घरानों के चंगुल...
View Articleमरती भाषाओं के दौर में
मरती भाषाओं के दौर मेंशेखर पाठकजनसत्ता 13 सितंबर, 2013 : कभी रघुवीर सहाय ने कहा था, ‘न सही कविता मेरे हाथ की छटपटाहट सही’। यही बात भाषा के बारे में कही जा सकती है। सिर्फ मनुष्य अपनी छटपटाहट को भाषा...
View Articleमीडिया विमर्श का नया अंक / बदलाव के 22 साल
मीडिया विमर्श का नया अंक (सितंबर,2013) बदलाव के बाईस बरस (1990-2012) पर केंद्रित है। इसमें उदारीकरण और भूमंडलीकरण के बाद 1990 से 2012 के बीच मीडिया और समाज जीवन में आए बदलावों पर महत्वपूर्ण लेखकों...
View Articleप्रेस क्लब - 18 / अनासी शरण बबल
--------------------------------------रागो vs नमो नमोकांग्रेस के सिपहसालारों को ये क्या हो गया कि भीषण आंतरिक कलह के बाद कमल वालों द्वारा जब नरेन्द्र मोदी को भावी प्रधानमंत्री का प्रत्याशी घोषित करते...
View Articleन्यू मीडिया : परिचय
1/01/2013 07:50:00 PM Ratan singh shekhawat 9 commentsधरती पर उपस्थित हर एक जीव आपस में सूचनाएँ आदान-प्रदान करने हेतु एक माध्यम का उपयोग करता है| ये माध्यम इशारे, आवाज या कोई दूसरे संकेत व साधन भी हो...
View Articleविदर्भ की 30 - 40 जनजातीय बोलियां लुप्त होने की कगार पर
विनय यादव | Aug 09, 2013, 07:52AM IST आर्टिकलमुंबई। राज्य की 30 से 40 जनजातीय बोलियां लुप्त होने की कगार पर हैं। इनमें विदर्भ की आदिवासी कबीलों की बोलियां सर्वाधिक हैं। इसके अलावा मराठवाड़ा और खानदेश...
View Articleवर्धा संगोष्ठी पर कहाँ क्या लिखा गया…!
वर्धा से लौटकर अपनी नौकरी के दायित्वों को सम्हाल चुका हूँ; लेकिन ध्यान उन पोस्टों पर लगा हुआ है जो हमारे प्रतिभागियों ने वर्धा से लौटकर लिखी हैं या लिखने वाले हैं। यदि आप किसी कारणवश वर्धा नहीं आ सके...
View Articleमीडिया में सफल प्रोफेशनल बनने के टिप्स SocialTwist Tell-a-Friend
आज कोई भी कोर्स कॅरियर की गारंटी नहीं दे सकता है, लेकिन फिर भी कुछ ऐसे कोर्स होते हैं जिसे करने के बाद स्टूडेंट्स को नौकरी मिल जाती है। मास मीडिया को इसके अंतर्गत रखा जा सकता है। इन दिनों हर युवा...
View ArticleThe unpopular messenger of truth
Seymour Hersh APEdward Snowden. APJulian Assange, founder of WikiLeaks. TOPICS Periscope World USA economy, business and finance mediaPulitzer Prize winning journalist Seymour Hersh on Obama, the state...
View Articleसंचार माध्यम \ Communication Medium
http://hi.wikipedia.org/s/d0lमुक्त ज्ञानकोष विकिपीडिया सेयहाँ जाएँ: भ्रमण, खोजसंचार माध्यम (Communication Medium) से आशय है संदेश के प्रवाह में प्रयुक्त किए जाने वाले माध्यम। संचार माध्यमों के विकास के...
View Articleजरूरी है भाषाओं को मरने से बचाना
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोजकैसी विडंबना है कि गिनी-चुनी भाषाओं को छोड़कर मनुष्य को मनुष्य कहने का हक दिलाने वाली तमाम भाषाएं संकट में हैं। हमारा समाज-संसार विकसित हो रहा है और नई सुखद घटनाएं घट रही हैं,...
View Articleजर्नलिज्म शब्द की उत्पति , पत्रकारिता का अर्थ
पत्रपत्रिकाएं समाज का आईना होती है। समाज में घटित घटनाओ का वर्णन इनमाध्यमो द्वारा किसी न किसी रूप में हमारे सामने अवश्य होता है। समाचारोपत्रों में तो इन घटनाओ की सम्पूर्ण जानकारी हमें मिल जाती है ।...
View Articleमीडिया की भाषा
1. माध्यम तय करती है भाषा- पत्रकारिता करते समय आप किस तरह की भाषा का प्रयोग कर रहे हैं, यह आपकी पत्रकारिता के माध्यम पर निर्भर करता है. जैसे- अगर आप आपका माध्यम रेडियो है तो आपकी भाषा ज्यादा सरल होनी...
View Articleकैसे लिखे समाचार?
स्पष्टतासंक्षिप्तताशुद्धता, समाचार की आत्मा होती है यानी आप समाचारलिखते वक्त जो कुछ भी लिखे सही-सही लिखे, शब्द, वाक्य, आंकड़े, नाम आदि-आदि. अगर आप सही लिखतेहैं तो आपका आधा काम हुआ समझिए. अगर आपकी...
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