डॉ रामजीलाल जांगिड़ का सफरनामा / विद्युत् मौर्या
एक यात्रा जन संचार की राह परभारतीय जनसंचार संस्थान (iimc) में हिंदी ke सबसे बड़े समर्थक औऱ आवाज़ रहे डॉ. रामजीलाल जांगिड़ का मोहक संस्मरण. हमें गर्व है की डॉ जांगिड़ मेरे गुरु रहे है . Iimc में हिंदी...
View Article1857 का बड़ा नायक मौलाना अहमदुल्लाह / जिसकी याद करो क़ुरबानी
वही था.. लम्बा, मस्कुलर, मुड़ी हुई लम्बी नाक, गहरी आँखें, गोल भौहें और लालटेन सी ठुड्डी.., वही था जिसने रोटी और कमल के संदेशे ईजाद किये थे।कर्नल जी.बी. मेल्सन लिखते है- क्रांति के ठीक पहले वो दिल्ली,...
View Articleकथाकार सुभाष नीरव से डॉ भावना शुक्ला की बातचीत
कथाकार, कवि व अनुवादक सुभाष नीरव से डॉ. भावना शुक्ल का साक्षात्कार=======================================================प्रश्न : हिन्दी में मौलिक लेखन और पंजाबी से हिन्दी में अनुवाद की आपकी यात्रा...
View Articleमैडम बहुत ईमानदार हैं' / सुभाष चंदर
जनसंदेश टाइम्स के शनिवारी व्यंग्य स्तंभ में व्यंग्य रचना ' मैडम बहुत ईमानदार हैं - सुभाष चंदर दफ्तर में काफी टनाटन किस्म की गहमा-गहमी थी। हर कोई भाग-दौड़ में मुब्तिला था। टांगों और विचारों...
View Articleसमय को समझने में माहिर थे काशीराम / त्रिलोकदीप
जब मैं कांशी राम जी से पहली बार मिला तो वह रहगड़पुरा (रैगरपुरा) में रहते थे एक छोटे से कमरे में। वहीं से वह अपना सारा काम किया करते थे। पुणे से शिफ्ट होकर जब वह दिल्ली आये तो उनका पहला ठौर यही था। एक...
View Articleबीस साल बाद भारत
"20 साल बाद भारत"...[पोस्ट पूरी पढ़ें]रोज की तरह आज भी लगभग सुबह पौने पाँच बजे, तेज शोर से अचानक नींद खुल गई!!.. अजान हो रही थी !!..अब मस्जिदे बहुत ज्यादा दूरी पर नही रह गई थी. हर मोहल्ले में मिलने वाले...
View Articleनौरोज का मेला
अकबर प्रतिवर्ष दिल्ली में नौरोज़ का मेला आयोजित करवाता था....!इसमें पुरुषों का प्रवेश निषेध था....!अकबर इस मेले में महिला की वेष-भूषा में जाता था और जो महिला उसे मंत्र मुग्ध कर देती....उसे दासियाँ छल...
View Articleयादवों का बोलबाला / राजेश प्रताप सिंह
पूर्वांचल मने ऊपी बिहार में अहीरों(यादवों)का बोलबाला है। इस कौम ने समाज के हर क्षेत्र में जबरदस्त grow किया है । आज यादव हमारे समाज की सबसे ज़्यादा progressive कौम है । ये समाज मे तेजी से सम्पन्न हो रहे...
View Articleकश्मीर kb बनेगा पहले जैसा / अग्निशेखट
Agni Shekhar जी की वाल सेसंसार भर से 700 से अधिक निर्वासित कश्मीरी लेखकों, कलाकारों और अन्य बुद्धिजीवियों का समर्थन-( निवेदन : उचित लगे तो इस पोस्ट को अधिक से अधिक साझा करें और दूसरों से भी कहें ताकि...
View Articleनेहरू इतना भी गंदा हो सकते है क्या
सोमनाथ मंदिर के लिए देश के प्रथम राष्ट्रपति डा. राजेंद्र प्रसाद को बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ी थी।ये जगजाहिर है कि जवाहल लाल नेहरू सोमनाथ मंदिर के पक्ष में नहीं थे. सरदार पटेल ने सोमनाथ मंदिर के...
View Articleएनकाउंटर कथा :: बात दूर तक जाती क्यों नहीं / दयानंद पाण्डेय
बात निकलेगी तो फिर दूर तलक जाएगीपुलिस इनकाउंटर से जान बचा कर मुलायम सिंह यादव इटावा से साइकिल से खेत-खेत दिल्ली भागे वाली पोस्ट से जो भी लोग असहमत हैं , उन से एक ही बात कहनी है कि गाली-गलौज करने के...
View Articleहैरतअंगेज़
कितने आश्चर्य की बात है..भारत के 29 राज्यों के नाम 💐श्री. संत तुलसीदास💐*के इक दोहे में समाई हुई है।*क्या संयोग बना है 🙏💐राम नाम जपते अत्रि मत गुसिआउ। पंक में उगोहमि...
View Articleचौधरी चरण सिंह का यही अंदाज निराला
#चौधरी_चरण_सिंहजब एक किसान गंदे कपड़े पहन थाने में पहुंचा…थाने में कुछ ऐसा हुआ कि पूरा थाना हुआ सस्पेंड…सन 1979 की बात है। शाम 6 बजे एक किसान इटावा ज़िला के ऊसराहार थाने में मैला कुचैला कुर्ता धोती...
View Articleमैं हैरान हूँ / महादेवी वर्मा
मैं हैरान हूंमहादेवी वर्मा( इतिहास में छिपाई गई एक कविता)."मैं हैरान हूँ यह सोचकरकिसी औरत ने क्यों नहीं उठाई उंगली?तुलसीदास पर जिसने कहाढोल, गंवार, शुद्र, पशु, नारी.ये सब ताड़न के अधिकारी."मैं हैरान...
View Articleजननायक दशरथ मांझी
माउन्टेनमैन के रूप में ख्यातजननायक #दशरथ_मांझी के हाथों लोकार्पित, मेरे जनगीत-संग्रह #रावण_ऐसे_नहीं_मरेगा के लोकार्पण की रिपोर्ट आप मित्रों के ध्यानार्थ ....गया (18 फरवरी, 2001) : स्थानीय युवा कवि...
View Articleफ्रंटियर मेल के सफर का रूमानी दास्तां / संजय सिंह
एक थी फ्रंटियर मेलरूठी प्रेमिका को मनाने के लिए करते थे फ्रंटियर मेल की सवारीसंजय सिंहब्रिटिश इंडिया यानी कि अविभाज्य भारत के दौर में एक ट्रेन हुआ करती थी- फ्रंटियर मेल। उस दौर में यह एक गजब की ग्लैमरस...
View Articleकारगिल कथा
Navbharatimes/ Dil se Delhiकारगिल के वीर और विलेन कौनविवेक शुक्लाअगर बात कारगिल युद्ध की होगी तो शहीद कैप्टन अनुज नैयर, कैप्टन हनीफु्द्दीन, विजयंत थापर जैसे भारतीय सेना के जांबाज वी रों की याद तो आएगी...
View Articleक्रोनसे दो चार हो इस तरह / डॉ. दीपाली सिंह
डा०दिपाली सिंह, एम.बी.बी.एस,एम.डी. पीएमसीएच पटना की ओर से आप सभी के लिए:---*कोरोना के लिए घर पर आवश्यक चिकित्सा किट:--1. पारासिटामोल2. बेटाडीन गार्गल माउथवॉश के लिए3. विटामिन सी और डी4. बी...
View Articleरवि अरोड़ा की नजर से....
कारगिल विजय दिवस और दौड़ते लड़केरवि अरोड़ागाँव-देहात से अक्सर गुज़रना होता है । सुबह हो या शाम, यहाँ तक कि भरी दुपहरी ही क्यों न हो , जवाँ लड़कों के समूह सड़कों पर दौड़ते दिख ही जाते हैं । मैं अच्छी...
View Articleपत्रकारिता की सुरक्षा प्रबंध हो
पत्रकारों के संरक्षण के लिए कानून बनें- पवन कुमार पत्रकारों के संरक्षण के लिए कानून बनना चाहिए, अन्यथा आये दिन पत्रकारों के साथ जो घटनाएं हो रही हैं उससे लोकतंत्र का...
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