सुरक्षा परिषद औऱ भारत /ऋषभदेव शर्मा
सुरक्षा परिषद में पुनः प्रवेशभारत वैसे तोसंयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 'स्थायी'सदस्यता का दावेदार है। लेकिन उसके लिए सुरक्षा परिषद का विस्तार किया जाना ज़रूरी होगा। इसलिए फिलहाल आठवीं बार एक बार फिर...
View Articleरवि अरोड़ा की नजर से.......
खेल के नियमरवि अरोड़ाबचपन में टेलिविज़न देखने हम बच्चे किसी अनजान पड़ौसी के घर भी घुस जाते थे । कभी कभी एसा भी होता था कि इतवार वाली फ़िल्म आधी निकल गई और किसी ने हमें अपने घर में आने ही नहीं दिया ।...
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खेल के नियमरवि अरोड़ाबचपन में टेलिविज़न देखने हम बच्चे किसी अनजान पड़ौसी के घर भी घुस जाते थे । कभी कभी एसा भी होता था कि इतवार वाली फ़िल्म आधी निकल गई और किसी ने हमें अपने घर में आने ही नहीं दिया ।...
View Articleनरकंकालों वाली झील
रूपकुंड झील - उत्तराखंड - यह है नरकंकालों वाली झीलयदि आप एडवेंचर ट्रैकिंग के शौक़ीन है तो रूपकुंड झील आपके लिए एक बेहतरीन जगह हैं। रूपकुंड झील (Roopkund lake ) हिमालय के ग्लेशियरों के गर्मियों में...
View Articleआलोक सागर जी को सलाम वंदन नमस्कार
परम मित्र आदरणीय Arun Chaturvedi जी के माध्यम से प्राप्तएक पोस्टजीना इसी का नाम है*********************श्री आलोक सागर....IIT दिल्ली से इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग में डिग्री , ह्यूस्टन से पी एच डी ,...
View Articleरिज़र्व बैंक में पहली बार
#रिज़र्वबैंक के #इतिहास में पहली बार खजाना खोलकर पौने दो लाख करोड़ रुपयों से ज़्यादा रुपये सरकार को देने पर अपनी मुंडी हिलाने वाले इस शख़्स को उतनी मशहूरियत नहीं मिल रही है, जितनी मिलनी चाहिये। इट्स...
View Articleचिर कुंवारी नर्मदा कथा
🙏🏻🚩श्री परशुराम परिवार 🙏🏻🙏🏻🚩/ चिरकुंवारी नर्मदा जी की कथा //~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~कहते हैं नर्मदा ने अपने प्रेमी शोणभद्र से धोखा खाने के बाद आजीवन कुंवारी रहने का फैसला किया लेकिन क्या सचमुच...
View Articleराजा जनक का आत्मज्ञान
राजा जनक को आत्म ज्ञान की प्राप्ति?प्रस्तुति अति विस्तृत है। इसलिए शांति के साथ पढें। मिथिला नामक देश में एक महाप्रतापी राजा हुए । उनका नाम महाराज जनक था। महाराज जनक को आत्मज्ञान के बारे में बहुत...
View Articleराक्षस के सँग भोग लगाने वाला हनुमान मंदिर
300 वर्ष पुराना चिंताहरण हनुमान जी का मंदिर : यहां हनुमानजी के साथ राक्षसों को भी लगता है भोग*************************************************झांसी के पास पंचकुइयां इलाके में संकटमोचन महावीर बजरंबली जी...
View Articleभगवान इंद्र औऱ दुर्वाशा मुनि संवाद
एक बार की बात है शिवजी के दर्शनों के लिए दुर्वासा ऋषि अपने शिष्यों के साथ कैलाश जा रहे थे। मार्ग में उन्हें देवराज इन्द्र मिले। इन्द्र ने दुर्वासा ऋषि और उनके शिष्यों को भक्तिपूर्वक प्रणाम किया। तब...
View Articleइस तरह आरंभ हुईं थी कांवर यात्रा
कैसे हुई कांवड़ यात्रा आरम्भ?भगवान को खुश करने के लिए इन्होंने सबसे पहले शुरू की थी कांवड़ यात्रा। सावन का महीना शुरू हो गया है और इसके साथ ही केसरिया कपड़े पहने शिवभक्तों के जत्थे गंगा का पवित्र जल...
View Articleगुरु गूंगे गुरू बावरे गुरू के रहिये दास......
अनसुलझे पौराणिक रहस्यएक बार की बात है नारद जी विष्णु भगवानजी से मिलने गए !भगवान ने उनका बहुत सम्मान किया ! जब नारद जी वापिस गए तो विष्णुजी ने कहा हे लक्ष्मी जिस स्थान पर नारद जी बैठे थे ! उस स्थान को...
View Articleकारो का कब्रिस्तान
चैटिलोन - कारो का कब्रिस्तान - इस जंगल में है 70 साल पुरानी 500 से अधिक कारे:=दक्षिण बेल्जियम के लग्ज़मबर्ग प्रांत में एक क़स्बा है 'चैटिलोन'। इसे कारो के कब्रिस्तान के नाम से जाना जाता है क्योकि यहां के...
View Articleरहस्य्म
रहस्यमयी घटना - ट्यूनिशिया के रेगिस्तान में अचानक बन गई झीलपृथ्वी की भूगर्भीय उथल पुथल के कारण इस धरती पर समय समय पर कुछ रहस्यमयी और अचरज भरी घटनाएं घटती रहती है। ऐसी ही एक घटना हाल ही में ट्यूनिशिया...
View Articleएक अद्भुत बल +वीर का अवसान / विशी सिन्हा
*****************************एक किंवदंती का अवसान*****************************2012 का लंदन ओलिंपिक्स भारतीय खेल प्रेमी इस वजह से याद करते हैं कि जीते गए मेडल्स की संख्या (अलग-अलग स्पर्धाओं में भारत ने...
View Articleगुंडा / जयशंकर प्रसाद
(गुंडा /जयशंकर प्रसाद)वह पचास वर्ष से ऊपर था| तब भी युवकों से अधिक बलिष्ठ और दृढ़ था| चमड़े पर झुर्रियाँ नहीं पड़ी थीं| वर्षा की झड़ी में, पूस की रातों की छाया में, कड़कती हुई जेठ की धुप में, नंगे शरीर...
View Articleज्योतिषी का एक दिन / आर. के. नारायण
(एक दिन )ठीक दोपहर के समय वह अपना थैला खोलता और ज्योतिष की दुकान लगाता : दर्जन भर कौड़ियाँ, कपड़े का चौकोर टुकड़ा जिस पर कई रहस्यमय रेखाएं खिंची थीं, एक नोटबुक ताड़पत्रों की एक किताब। उसके माथे पर...
View Articleछोटा जादूगर / जयशंकर प्रसाद
(छोटा जादूगर/ जयशंकर प्रसाद)कार्निवल के मैदान में बिजली जगमगा रही थी। हंसी और विनोद का कलनाद गूंज रहा था। मैं खड़ा था उस छोटे फुहारे के पास, जहां एक लड़का चुपचाप शराब पीने वालों को देख रहा था। उसके गले...
View Articleजैसी करनी वैसी भरनी / कन्हैया लाल मिश्र प्रभाकर
कन्हैयालाल मिश्र 'प्रभाकर'एक हवेली के तीन हिस्सों में तीन परिवार रहते थे। एक तरफ कुन्दनलाल, बीच में रहमानी, दूसरी तरफ जसवन्त सिंह।उस दिन रात में कोई बारह बजे रहमानी के मुन्ने पप्पू के पेट में जाने...
View Articleउर्वशी /जयशंकर प्रसाद
विलसत सान्ध्य दिवाकर की किरनैं माला सी।प्रकृति गले में जो खेलति है बनमाला सी।।तुंग लसैं गिरिशृंग भर्यो कानन तरुगन ते।जिनके भुज मैं अरुझि पवनहू चलत जतन ते।।निर्भय औ स्वच्छन्द जहाँ पै खग मृग डोलत।करि...
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