उल्टा-पुल्टा अलग अलग अर्थ और किताब
प्रस्तुति - अनामी शरण बबलक्या ऐसा संभव है कि जब आप किताब को सीधा पढ़े तो रामायण की कथा पढ़ी जाए और जब उसी किताब में लिखे शब्दों को उल्टा करके पढ़ेतो कृष्ण भागवत की कथा सुनाई दे।जी हां, कांचीपुरम के...
View Articleगुलजारी लाल नंदा के साथ कुछ पल दो पल /अनामी शरण बबल
गुलजारी लाल नंदा को अब याद करने का मतलब / अनामी शरण बबल[11/08/2018, 00:09] anami sharan:आजाद भारत के दूसरे गृहमंत्री और दो दो बार कार्यवाहक प्रधानमंत्री रह चुके गांधीवादी नेता सजग हमेशा सक्रिय...
View Articleनाकाबंदी में यूपी के हाटस्पाट इलाके
प्रस्तुति - राजेश सिन्हा / आकांक्षा गुप्ता*आगराआठ मस्जिदों सहित 22 इलाके बने हॉट स्पॉट।झारखंडआजमपाड़ा, मंटोला, मगतई, हींग की मंडी सील।तोपखाना, वजीरपुरा, घटिया, साबुन कटारा सील।सीतनानगर, मोहरपुरा,...
View Articleलघुकथा - - नि:शब्द / श्याम सुंदर भाटिया
नि:शब्द हिंदी के प्रो. राम नारायण त्रिपाठी को उनके सहपाठी और चेले पीठ पीछे प्रो.बक - बक त्रिपाठी कहते...
View Articleराहुल बाबा के नक्शे कदम पर सोनिया गांधी
प्रस्तुति - शिशिर सोनीलगता है सोनिया गांधी पर भी अब राहुल गांधी का असर होने लगा है। तभी वो राहुल गांधी जैसी बहकी बहकी बातें कर रही हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर कहा है कि मीडिया को दिया जाने...
View Articleफणीश्वर नाथ रेणु से प्रेम / भारत यायावर
रेणु से प्रेमभारत यायावरप्रेम क्या है? एक लगाव ही तो है ।एक समर्पण ।सबकुछ खो देने का भाव । त्याग और निष्ठा की निष्कंप दीपशिखा । मन- प्रांतर को आलोकित करती हुई । जब भाव की ऐसी स्थिति में व्यक्ति लम्बे...
View Articleधीरे धीरे खत्म होते अखबार / रवि अरोरा
क़त्ल होते अख़बाररवि अरोड़ावर्ष 1990 में मैंने अपना एक अख़बार निकाला । नाम था दैनिक जन समावेश । ख़बरों के लिहाज़ से बहुत अच्छा चल रहा था मगर विज्ञापनों का मामला ठन ठन गोपाल ही रहा । लगभग ढाई साल इस...
View Articleकोरोनाय स्वाहा... / कवि अनाम
*चौपाई:-**हे जिनपिंग! चीन के स्वामी।**तुम तो निकले बड़े हरामी।।1।।**कोरोना के पालन कर्ता।**मिल जाओ तो बना दें भरता।।2।।**कोई मुल्क नहीं है बाकी।**जहां ना मिलती इसकी झांकी।।3।।**लॉक हुए हैं घर मे...
View Articleठहरे हुए लोग / रवि अरोड़ा
ठहरे हुए लोगपंडित जवाहर लाल नेहरू की विश्व प्रसिद्ध पुस्तक डिस्कवरी आफ इंडिया पर बने श्याम बेनेगल के टेलिविज़न धारावाहिक भारत एक खोज में एक रोचक दृश्य है । छत्रपति शिवाजी के दो अनुयायी सैनिक उनके एक...
View Articleरुप बदलकर कान्हा आयो.
*नारीरूप धरकर राधाजी की परीक्षा लेने आए थे नटखट नंदलाल**लीलाधारी भगवान कृष्ण की लीला अद्भुत है एक बार तो श्रीराधाजी की प्रेम परीक्षा लेने के लिए नारी बन उनके महल में पहुंच गए**श्रीगर्ग संहिता से सुंदर...
View Articleलक्ष्मण को रावण की सीख
मरने से पहले रावण ने अपनी गलती स्वीकारी थी और लक्ष्मण को बताई थीं ये 3 बातेंश्रीराम और रावण के बीच हुए युद्ध को सत्य व असत्य का संघर्ष माना जाता है।।रावण ने अधर्म और पाप की राह पर चलना स्वीकार किया...
View Articleकुछ कहावतें और कुछ कथाएं
प्रस्तुति - कृष्ण मेहता: 🔆🔅🔆🔅🔆🔅🔆🔅🔆*आहारशुद्धि रखें**🔆कहावत है कि ’जैसा खाये अन्न वैसा बने मन । ’**🔆खुराक के स्थूल भाग से स्थूल शरीर और सूक्ष्म भाग से सूक्ष्म शरीर अर्थात् मन का निर्माण होता है । इसलिए...
View Articleमीडिया का बुरा हाल है
गुलजार साहब की यह कविता आज बहुत याद आ रही है...👏👏*"बे वजह घर से निकलने की ज़रूरत क्या है"**"मौत से आँखे मिलाने की ज़रूरत क्या है"**"सब को मालूम है बाहर की हवा है क़ातिल"**"यूँही क़ातिल से उलझने की ज़रूरत...
View Articleपरम गुरू हुजूर के बचन उपदेश
प्रस्तुति - स्वामी शरण /आत्म स्वरूप / संत शरण**परम गुरु हुजूर साहबजी महाराज- रोजाना वाक्यात- 1,2 सितंबर 1932- बृहस्पतिवार व शुक्रवार:- 1 सितंबर की सुबह को 1:00 बजे के करीब बंगलुरु के लिए रवाना हुए।...
View Articleघर किसे बैठना है मोदीजी / रवि अरोड़ा
घर किसे बैठना है मोदी जीरवि अरोड़ाकल एक बेहद नज़दीकी मित्र की अचानक तबीयत बिगड़ गई । उन्हें तुरंत लेकर अस्पताल जाना पड़ा । दुर्भाग्य एसा रहा कि उन्हें बचाया भी नहीं जा सका । कल से लेकर आज दोपहर तक...
View Articleराधास्वामी संत मत दयालबाग के गुरु सत्संगी साहब का संदेश
डॉ0 स्पेन्टा रूस्तम वाडिया के डायमंड जुबली मेमोरियल सेमिनार के अवसर परपरम पूज्य हुज़ूर प्रो0 प्रेम सरन सतसंगी साहब द्वारा फ़रमाया गया अमृत बचन संदेश(29 फ़रवरी, 2020) यह वास्तव में अत्यन्त...
View Articleमहाबली का डर / संजय कुंदन
*महाबली का डर*वह नींद में कोड़े फटकारता हैऔर चिल्लाता है वैज्ञानिकों, डॉक्टरों पर-जल्दी शोध पूरा करो, हमें दवा चाहिएटीका चाहिए इस बीमारी कावह परेशान हैअपने देश में लाशों के लगते ढेर से नहींआकाश की...
View Articleदौलत / कवि - अनाम गुमनाम
अख़बार बेचने वाला 10 वर्षीय बालक एक मकान का गेट बजा रहा है।मालकिन - बाहर आकर पूछी क्या है ?बालक - आंटी जी क्या मैं आपका गार्डेन साफ कर दूं ?मालकिन - नहीं, हमें नहीं करवाना है, और आज अखबार नही लाया ।बालक...
View Articleअजी विचार तो करने दीजिए /रवि अरोड़ा
अजी विचार तो करने दीजियेबच्चों की शादी में कितने लोगों को बुलाना है , अक्सर यह हिसाब लगाता हूँ । खुले दिल से भी सूचि बनाऊँ तो दो तीन हज़ार लोगों से ऊपर नाम नहीं जा पाते । वैसे तो लगभग इतने लोग और भी...
View Articleगुलजारी लाल नंदा के साथ पल दो पल / अनामी शरण बबल
गुलजारी लाल नंदा के साथ कुछ यादें /अनामी शरण बबल13082018 नंदा जी को अब याद करने का मतलबजाद भारत के दूसरे गृहमंत्री और दो दो बार कार्यवाहक प्रधानमंत्री रह चुके गांधीवादी नेता गुलजारी लाल नंदा को याद...
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