पंजाबी कहानी / अंधी गली का मोड़
कहानी '- अंधी गली का मोड़....कथाकार Gurdial Dalal जी की पंजाबी कहानी।"बाहर मौसम बदल गया था। बादलों की घटा चढ़ी आ रही थी और साथ ही ठंडी ठंडी हवा। फिर सोचा, मैं भी कैसी माँ हूँ,जवान पुत्र मरा है, इतनी...
View Articleडा. मुरली मनोहर जोशी के साथ कुछ पल दो पल / त्रिलोकदीप
1999 की बात है। तत्कालीन मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ .मुरली मनोहर जोशी ने एक दिन कहा कि नवंबर में गुरु नानक देव के 530वें जन्मदिन एक भव्य आयोजन की योजना है जिस का उदघाटन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी...
View Articleबिहारी होने पर गर्व है क्योंकि............
प्रस्तुति-अमिताभ सिंहबिहार -जहाँ भगवान राम की पत्नी सीता का जन्म हुआबिहार -जहाँ महाभारत के दानवीर करण का जन्म हुआबिहार - जहाँ सबसे पहले महाजनपद बना!बिहार - जहा बुद्ध को ज्ञान मिलाबिहार -जहाँ भगवान...
View Articleगामा पहलवान की कहानी
Navbharatimesदिल्ली में गामा पहलवान, लाहौर में मंटो के साथकुश्ती और अखाड़ों का जब भी जिक्र होगा तो गामा पहलवान का नाम बड़े आदर भाव से लिया जाएगा। गामा दिल्ली जब भी आए तो वे सब्जी मंड़ी में घंटाघर के...
View Articleरवि अरोड़ा की नजर में
समुद्र मंथन से निकलेगा झुनझुनारवि अरोड़ायदि हमसे पूछा जाए कि पौराणिक कथा समुंद्र मंथन में मथनी किस पर्वत को बनाया गया था तो यक़ीनन हममें से अनेक लोग झट से बता देंगे- मंदराचल पर्वत । अब यदि पूछा जाये कि...
View Article1975 में पहली विदेश यात्रा / त्रिलोकदीप
आज सहसा मुझे 1975 की अपनी पहली प्रमुख विदेश यात्रा की याद आ गयी।प्रमुख इसलिए क्योंकि इस से पहले नेपाल की तराई बिराट नगर कुछ घंटों के लिए हो आया था अपनी एक बिहार यात्रा के दौरान ।यह प्रमुख यात्रा...
View Articleदिल्ली की दिल्ली में तलाश- दिल्लीवाल / नलिन चौहान
देहलीवालबारहवीं शताब्दी के मध्य में अजमेर के चौहानों से पहले तोमरों राजपूतों ने दिल्ली को अपनी पहली बार अपने राज्य की राजधानी बनाया था। तोमर वंश के बाद दिल्ली की राजगद्दी पर बैठे चौहान शासकों के समय...
View Articleमेरी पहली विदेश यात्रा भाग-2 / त्रिलोकदीप
उन दिनों विदेशी मुद्रा1के लिए रिज़र्व।बैंक का परमिट ज़रूरी होता था। वैसे विदेश जाने वाले सैलानी को 8 डॉलर या 3 पाउंड ही मिला करते थे। पश्चिम जर्मनी की मेरी यह यात्रा 16 फरवरी से 1 मार्च, 1975 तक थी।...
View ArticleBBC कोरोना स्टोरी सूची
लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव कोरोना वायरस से बचने के लिए मास्क पहनना क्यों ज़रूरी है?अंडे, चिकन खाने से फैलेगा कोरोना वायरस?कोरोना वायरस: बच्चों को कोविड-19 के बारे में कैसे बताएं?कोरोना वायरस:...
View Articleसंजय द्विवेदी की सफलता के पीछे / मनोज कुमार
एक सपने के सच हो जाने जैसावो एक दुबला-पतला सा लड़का। आंखों में सपने लिए दूर एक कस्बानुमा शहर से भोपाल चला आया था। उत्तरप्रदेष के कस्बानुमा बस्ती शहर के इस लड़के के भीतर आग थी। इसी आग के कारण वह...
View Articleमेरी पहली विदेश यात्रा भाग- 3 / त्रिलोकदीप
माफ करें आज मेरा फोन मेरा साथ नहीं द पाया । मैं यह बताना भूल गया कि विमान पर सवार होने से पहले नई दिल्ली नगरपालिका के एक विशेष कक्ष से टीका लगवा कर इस आशय का अंतरराष्ट्रीय प्रमाण पत्र प्राप्त करना...
View Articleरवि अरोड़ा की नजर में.......
बात लूलुओं कीरवि अरोड़ासुबह से कई लोगों को फ़ोन कर चुका हूँ मगर संतोषजनक उत्तर नहीं मिला । बाबा गूगल भी तसल्लीबक्शर जवाब नहीं दे पा रहा । दरअसल मैं ‘ लूलू ‘ शब्द का कोई शालीन सा पर्यायवाची शब्द ढूँढ...
View Articleभारत फिर से चैंपियन बने- बलवीर सिंह / राकेश थपलियाल
मेरी अंतिम इच्छा है भारत फिर से हॉकी के शिखर पर पहुंचे_---------_------- कमेंट ----‘राकेश मेरी उम्र का मैच ‘गोल्डन गोल स्टेज’ में है। जैसे हॉकी में मैच निर्धारित समय और ‘टाईब्रेकर’ में बराबरी पर छूटने...
View Articleरवि अरोड़ा की नजर में
संजय गांधी और कवारंटीन सेंटररवि अरोड़ासंजय गांधी की राजनीति का मैं विरोधी रहा हूँ और आपातकाल में देश भर में हुई तमाम ख़ुराफ़ातों का असली गुनहगार भी उन्हें ही मानता हूँ मगर न जाने क्यों आजकल रह रह कर...
View Articleवह जो पत्रकार है / महापंडित वाट्स एप्प
*पत्रकार क्या हैं,दो मिनट का समय निकाल कर जरूर पढ़ें* 1. जब किसी दबंग व्यक्ति द्वारा आपके अधिकार का हनन किया जाता है तब आपको एक पत्रकार की जरूरत पड़ती है?2. जब प्रशासन के किसी कर्मचारी द्वारा आप परेशान...
View Articleजर्मनी की कुछ और यात्राएं और चुनावी प्रक्रिया / त्रिलोकदीप
1975 के बाद 1980 और 1983 में भी पश्चिम जर्मनी जाने के अवसर मिले। 1980 की यात्रा 24 सिंतबर से 7 अक्टूबर तक रही। मुख्य उद्देश्य था बुँदेस्टाग यानी संसद की निम्न सदन के चुनाव कवर करना। दूसरे कई देशों के...
View Articleदिल्ली में दिल्ली की तलाश / नलिन चौहान
कलकत्ता से नयी दिल्ली "राजधानी"का सफरइस बात से कम व्यक्ति ही वाकिफ है कि ब्रिटिश शासन की एक बड़ी अवधि तक दिल्ली नहीं बल्कि कलकत्ता भारत की राजधानी थी। तीसरा दिल्ली दरबार दिसंबर 1911 में सम्राट जॉर्ज...
View Articleजेके के लिए कुछ हो रहा है / सुरेश्वर त्रिपाठी
जम्मू कश्मीर में भारी बदलावबड़ी खबर…हम कोरोना ओर लोकडाउन में ही उलझे रहे और उधर मोटा भाई ने जम्मूकश्मीर का बचाखुचा काम भी ढंग से निपटा दिया, गृहमंत्री अमित शाह 9 अभूतपूर्व फैसले लेने में लगे हुए थे, इस...
View Articleरवि अरोड़ा की नजर में..........
मरवा दिया आपने मोदी जीरवि अरोड़ामेरी किसी ग़लती पर माँ जब भी नाराज़ होती हैं तो मुझे कहती हैं- तुझमें जोश है , होश नहीं है । बेहद बूढ़ी हो चुकी मेरी माँ को देश-दुनिया की कोई ख़बर नहीं रहती वरना यही बात...
View Articleनेहरू की पहचान को खत्म करना सरल नहीं /विवेक शुक्ला
नेहरु की विरासत कैसे मिटाओगेविवेक शुक्लापंडित जवाहरलाल नेहरु का अपने जीवन काल में ही कद इतना ऊंचा हो गया था कि देश उनके बिना रहने की कल्पना भी नहीं करता था। उनकी मृत्यु से एक साल पहले प्रख्यात अमेरिकी...
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