प्यार / भारत यायावर
प्यार / भारत यायावर प्यार कभी पागल बनाकर छोड़ देता है मगर जो प्यार में पड़कर अपने को खोता हैवह लेता नहीं कुछ भी बस देता ही देता है वह निखरता है फूलों सा महकता है अपनी आत्मा में वह संवरता हैकिसी...
View Articleभारत के 27 नागरिक
🇮🇳हमारे देश भारत का *प्रथम नागरिक राष्ट्रपति होता है और 27 वें नागरिक भारत की जनता।* आइए जानें, इसके बीच कौन-कौन आता है।👇श्री रामनाथ कोविंद भारत के 14 वें राष्ट्रपति हैं। भारत के संविधान के अनुसार...
View Articleललित सुरजन की याद में/ मनोज कुमार
एक स्कूल का कपाट बंद हो जाने जैसी खबर ने भीतर तक हिला कर रख दिया। यह स्कूल कोई और नहीं पत्रकारिता के अग्रज और आधार स्तम्भ ललित भैया का असमय चले जाना है। मेरे जैसे प्रशिक्षु पत्रकार के लिये तो उनका...
View Articleमिथिलेश्वर की यादों में पिताजी
एक थे प्रो.बी.लाल / मिथिलेश्वर -------------------------------------युवा रचनाकार श्री हरेराम सिंह ने साहित्यिक लगाव के तहत मेरे गांव बैसाडीह और मेरे घर को जब फेसबुक पर प्रस्तुत किया तो एक फेसबुक...
View ArticleMDH वाले धर्मपाल महाशय/ विवेक शुक्ला
करोल बाग से महाशय जी का सफरकरोल बाग की कृष्णा गली में गुरुवार को महिला-पुरुष छोटे-छोटे समूहों में खड़े होकर महाशय धर्मपाल गुलाटी की बातें कर रहे थे। उधर मंजी पर बैठकर जाड़ों की गुनगुनी धूप का सुख ले...
View Articleरेणु : एक विरल वनस्पति / भारत यायावर
रेणु : एक विरल वनस्पति ! भारत यायावरइस सृष्टि में कितने तरह के जीव- जन्तु हैं और वनस्पतियों की संख्या ! अब तक खोजने की प्रक्रिया जारी है! रेणु भी विरल वनस्पतियों की खोज में लगे...
View Articleमहाराणा प्रताप और चेतक
प्रताप को चेतक की प्राप्तिचेतक अश्व गुजरात के व्यापारी काठीयावाडी नस्ल के तीन घोडे चेतक,त्राटक और अटक लेकर मारवाड आया।अटक परीक्षण में काम आ गया। त्राटक महाराणा प्रताप ने उनके छोटे भाई शक्ती सिंह को दे...
View Articleधरती_का_ध्रुवतारा चला गया ..../ अनूप शुक्ला
#धरती_का_ध्रुवतारा चला गया ....तुम नीलगगन का चाँदऔर मैं धरती का ध्रुवतारा ।जाने क्यों छलता है मुझको ?धूप छाँव-सा प्यार तुम्हारा ! - जैसी अमर प्रेमपगी पंक्तियों के रचयिता...
View Articleअटल विश्वास
*अमर विश्वास*मेरी बेटी की शादी थी और मैं कुछ दिविश्वानों की छुट्टी ले कर शादी के तमाम इंतजाम को देख रहा था. उस दिन सफर से लौट कर मैं घर आया तो पत्नी ने आ कर एक लिफाफा मुझे पकड़ा दिया. लिफाफा अनजाना था...
View Articleभेड़ भेड़िया भाई भाई सम्मेलन
एक जंगल था, उसमें कुछ भेड़िये और भेड़ें एक साथ रहते थे, दोनों को एक दूसरे से कोई शिकायत नहीं थी लेकिन कभी-कभी जब कोई भेड़ चरते-चरते रास्ता भटक जाती और कई दिनों तक लौटकर नहीं आती थी, तो वे उसे भगवान...
View Articleवे कौन थे आम्बेडकर के /विवेक shukl
वे आंबेडकर के कौन थे राधानी के पश्चिम विहार के उस घर का बाबा साहेब आंबेडकर से अटूट संबंध है । हालांकि ये घर और एरिया बाबा साहेब के 1956 में महापरिनिर्वाण दिवस के दशकों के बाद बना। ये घर है नानक चंद...
View Articleघर परिवार का सुख
घर परिवारप्रस्तुति - राजकुमार एक सड़क पर दो वृद्ध बातें कर रहे थे....पहला :- मेरी एक पोती है, शादी के लायक है... B.ED किया है, नौकरी करती है, कद - 5"2 इंच है.. सुंदर हैकोई लडका नजर मे हो तो...
View Articleरणेद्र के बहाने झारखण्ड के साहित्य जगत का अवलोकन / उदय वर्मा
कवि, कथाकार और उपन्यासकार रणेंद्र को श्रीलाल शुक्ल स्मृति इफको सम्मानकवि, कथाकार और उपन्यासकार रणेंद्र को श्रीलाल शुक्ल स्मृति इफको सम्मानमिलना न केवल एक रचनाकार का बल्कि पूरे झारखंड के साहित्य जगत का...
View Articleफेसबुक लेखन पर नया नज़रिया / जगदीश्वर चतुर्वेदी
फेसबुक लेखन जीवन में कमीनापन पसंद नहीं करते तो फेसबुकलेखन में कमीनापन कैसे मान लें। कमीनेपन की लेखन में कोई जगह नहीं है। कमीनापन असभ्यता है। लेखन का काम है कमीनेपन को नंगा करना, न कि कमीनापन...
View Articleतीसरी कसम अर्थात् मारे गए शैलेन्द्र / भारत यायावर
तीसरी कसम अर्थात् मारे गए शैलेन्द्र! भारत यायावर हिन्दी सिनेमा को जिन कुछ गीतकारों ने गरिमा और गहराई प्रदान की है, उनमें शैलेन्द्र प्रथम स्थानीय हैं। उनका योगदान अविस्मरणीय है। उनके गीत आज भी ताज़ा और...
View Articleपीठ दर्द / महाकवि फेसबुक
♥️♥️पीठ में बहुत दर्द था*/फेसबुक़ डाॅक्टर ने कहाअब और मत झुकना अब और अधिक झुकने कीगुंजाइश नहीं रहीझुकते-झुकते तुम्हारी रीढ़ की हड्डी में गैप आ गया है सुनते ही हँसी और रोना एक साथ आ गया...ज़िंदगी में...
View Articleबाल कृष्ण शर्मा नवीन जी की याद में
द्विवेदी युगीन कविता के सशक्त हस्ताक्षर बालकृष्ण शर्मा ‘नवीन’ जी की आज जयंती है| उन्होंने ब्रजभाषा प्रभाव से युक्त खड़ी बोली हिन्दी में काव्य रचना की| अपलक, क्वासि, उर्मिला, कुंकुम, रश्मिरेखा आदि...
View Articleअब्राह्म लिंकन का नजरिया
श्रम का सम्मान अब्राहम लिंकन के पिता जूते बनाते थे, जब वह राष्ट्रपति चुने गये तो ..सीनेट के समक्ष जब वह अपना पहला भाषण देने खड़े हुए तो एक सीनेटर ने ऊँची आवाज़ में कहा..मिस्टर लिंकन याद रखो कि...
View Articleसैन्य अधिकारियो के लिए मीडिया संचार पाठ्यक्रम आयोजित
*भारत विरोधी ताकतों से निपटने में मीडिया की अहम भूमिका : श्रीपाद नाईक**आईआईएमसी में सैन्य अधिकारियों के लिए आयोजित मीडिया संचार पाठ्यक्रम के समापन समारोह में बोले रक्षा राज्य मंत्री**नई दिल्ली, 10...
View Articleयोगराज फिल्म्स
बिंदिया, राखी, सावन, झूले, बिन बिटिया बेकारबेटी बचाओ, बेटी पढाओ का संदेश देगी दिल्ली की यष्वीनई दिल्ली, योगराज शर्मा। लडकियां आज हर क्षेत्र मे कंधे से कंधा मिलाकर लडकों की बराबरी कर रही है। इसके...
View Article