विस्मय कारी हैं औरंगाबाद महाराष्ट्र का मंदिर
स्थापत्य कला का एक रहस्य विश्वमे सबसे भव्य एक ही पत्थरसे तराशा गया इतना भव्य शिवालय या तो आजके विज्ञान संम्पन युगमे भारतीय स्थापत्य कला का बेजोड़ नमूना है या फिर कोई दैवी शक्ति का चमत्कार । एक ही...
View Articleसिमोन वेल (1909-43)
वह संत थी, योद्धा थी, विचारक थी, कार्यकर्ता थी--------------------------------------------------सिमोन वेल (1909-43) वामपंथी गतिविधियों से जुड़ी 20 वीं सदी की प्रख्यात राजनीतिक कार्यकर्ता और विचारक।...
View Articleफांसी के करीब पहली महिला शबनम का सच
भारत के इतिहास में आजादी के बाद पहली बार होगी किसी महिला को फांसी,अनोखी प्रेम कहानी, जाने कौन है शबनम और क्या है पूरा मामला।👇👇👇दरअसल मामला उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले के बावन खेड़ी गांव का है जब एक...
View Articleटीआरपी घोटाला मामला और व्हाट्सएप चैट लीक घोटाला
#टीआरपी घोटाला मामला और व्हाट्सएप चैट लीक मामले में रिपब्लिक भारत के मालिक और एंकर पत्रकार अर्णब गोस्वामी के खिलाफ मुंबई पुलिस ने चार्ज शीट दाखिल किया है जिसमें चैट की पूरी कॉपी शामिल है आप भी जानिए...
View Articleदारा सिंह की सुनी अनसुनी कथाएं
यादो_के_झरोखों_से दारा सिंह अपने ज़माने के विश्व प्रसिद्ध #फ्रीस्टाइल पहलवान और प्रसिद्ध अभिनेता थे। दारा सिंह 2003-2009 तक राज्यसभा के सदस्य भी रहे। उन्होंने खेल और मनोरंजन की दुनिया में समान रूप से...
View Articleअखबारों की भाषा / शिवनारायण
अखबारों की भाषा / शिवनारायण -------------------------माननीयों की करतूत से बिहार शर्मसार होगा, पर हम तो अखबारों की भाषा से शर्मसार हैं !जब हम छात्र थे,तो शिक्षक अच्छी भाषा सीखने के लिए अखबार पढ़ने की...
View Articleबोलती आलम आरा 1931
🌹#आलमआरा (1931 फ़िल्म )आलमआरा 1931 में बनी हिन्दी भाषा और भारत की पहली सवाक (बोलती) फिल्म है। इस फिल्म के निर्देशक अर्देशिर ईरानी हैं। ईरानी ने सिनेमा में ध्वनि के महत्व को समझते हुये, आलमआरा को और कई...
View Articleहकीम साहब का होली मिलन / विवेक शुक्ला
होली मिलन हकीम साहब का / विवेक शुक्ला अब उस होली मिलन की बस यादें ही रह गईं हैं। अब कौन आपको इस दिल्ली में बार-बार फोन करके होली मिलन में भाग लेने की दावत देता है।हकीम अब्दुल हामिद साहब के निमंत्रण...
View Articleजीटी रोड पर कोस मीनारों व सर्वे मीनार का वजूद संकट में / अरविंद कुमार सिंह
ग्रैंड ट्रंक रोड (जीटी रोड) पर कोस मीनारों व सर्वे मीनार का अस्तित्व खत्म होता जा रहा है- अशोक बालियान चेयरमैन, पीजेंट वेलफेयर एसोसिएशन हमे अपने ग्रह जनपद मुज़फ्फरनगर में मंसूरपुर के पास...
View Articleकालजयी संपादक दुर्गाप्रसाद मिश्र / कृपाशंकर चौबे
'उचितवक्ता'के अनन्य संपादक दुर्गाप्रसाद मिश्र /कृपाशंकर चौबेडॉ. श्रीरमण मिश्र के सौजन्य से मुझे उत्तर उन्नीसवीं शताब्दी के अत्यन्त तेजस्वी समाचार पत्र 'उचितवक्ता'की फाइल देखने और समाचार पत्र पढ़ने का...
View Articleसरस्वती का नया अंक
इतिहास को समेटता 'सरस्वती'का नया अंक अपनी ऐतिहासिकता को पुनर्जागृत और नये सिरे से पारिभाषित करते हुए 'सरस्वती'का नया अंक जनवरी-मार्च 2021(युग प्रवर्तक सम्पादक:महावीर प्रसाद द्विवेदीपुनर्नजागरण...
View Articleआत्मकथ्य / अरविंद कुमार सिंह
आदरणीय मित्रों, / अरविंद कुमार सिंहभारतीय संसद में राज्य सभा में नेता प्रतिपक्ष श्री मल्लिकार्जुन खरगेजी के मीडिया सलाहकार की भूुमिका में मैने अपना कामकाज संभाल लिया है। कुछ मित्रों को यह खबर अपने...
View Articleयुगांतर’ के संपादक राम दहिन ओझा का स्मरण /कृपाशंकर चौबे
‘युगांतर’ के संपादक राम दहिन ओझा का स्मरण / कृपाशंकर चौबेस्वाधीनता के सशस्त्र संग्राम में पहली शहादत मंगल पाण्डेय ने दी थी तो अहिंसावादी आन्दोलन में पहली शहादत रामदहिन ओझा नामक पत्रकार ने दी।...
View Articleसयुंक्त किसान मोर्चा (प्रेस नोट) संघर्ष के 125 वां दिन, 31 मार्च 2021
*सयुंक्त किसान मोर्चा( प्रेस नोट)/125 वां दिन, 31 मार्च 2021कल सयुंक्त किसान मोर्चा की आमसभा में निम्न निर्णय लिए गए1. 5 अप्रैल को FCI बचाओ दिवस मनाया जाएगा जिस दिन देशभर में FCI के दफ्तरों का घेराव...
View Articleइतने गमज़दा है लोग पहल के बंद होने पर
ज्ञानरंजन जी का अभी-अभी फोन आया। बताया कि “पहल” का आने वाला 125 वां अंक, आखिरी अंक होगा! सुनकर अच्छा नहीं लगा, लेकिन क्या करें! हिंदी साहित्य की इस प्रतिष्ठित पत्रिका का इस तरह अवसान होना मन को दुखी...
View Articleपुस्तक बाजार अब महिला हाट में
*सिमट गया है दरियागंज का पुस्तक बाज़ार*/दिल्ली गेट के महिला हाट में लगने लगा अब यही मेला प्रत्येक रविवार को दिल्ली में दिल्ली गेट के पास महिला हाट के प्रांगण में पुरानी पुस्तकों का बाज़ार लगता है ।...
View Articleलुटियन जैसे राज रावल / विवेक शुक्ला
लुटियन जैसे राज रावल / विवेक शुक्ला राज रावल का राजधानी में 1961 से चल रहा सफर जारी है। इन छह दशकों के दौरान 86 साल के चोटी के आर्किटेक्ट ने एक से बढ़कर एक इमारतें डिजाइन करके अपने प्रयोगधर्मी होने...
View Articleचार्ली चैप्लिन vs चार्ली चैपलिन की
चार्ली चैपलिन की कॉमेडी की ही तरह चार्ली का हास्य सदाबहार था, समय के साथ वह कभी पुराना नहीं हो सकता बॉलीवुड के पहले कॉमेडियन स्टार रहे 'नूर मोहम्मद चार्ली 'के अभिनय की नकल जॉनी वाकर से लेकर महमूद तक...
View Articleभारतीय सिनेमा के जनक दादा साहेब फाल्के
भारतीय सिनेमा के जनक दादा साहेब फाल्के ने 1910 में तब के बंबई के अमरीका-इंडिया पिक्चर पैलेस में ‘द लाइफ ऑफ क्राइ स्ट’ विदेशी फिल्म देखी वो क्रिसमस का दिन था ......थियेटर में बैठ कर फिल्म देख रहे...
View Articleक्या नहीं थे मेहबूब खान
महबूब निर्माता-निर्देशक होने के साथ ही बेहतरीन लेखक भी थे उनकी फिल्मे बड़े कलाकारों से पहले खुद के उनके नाम से जानी जाती थी वह ऐसे फिल्मकार रहे जो भारत-पाक विभाजन पर भी पाकिस्तान नही गये भारत में रहकर...
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