टिल्लन रिछारिया की यादों का संसार -2
सुश्री यानी सुनील श्रीवास्तव ! तब की बम्बई यानी आज की मुम्बई । 1980 का दिसंबर था जब मैं शरद जोशी द्वारा संपादित हिंदी एक्सप्रेस में पवेश पा गया था । एक दोपहर लंच के बाद का समय था लिफ्ट में ओमप्रकाश ,...
View Articleटिल्लन रिछारिया की यादों का संसार -3
सहारा श्री एक खुश दिल , खुश मिज़ाज इंसान ।1991 का साल। ...दैनिक राष्ट्रीय सहारा के प्रकाशन की ख़बरें दिल्ली एन सी आर की फ़िज़ाओं में सुर्खियों में थीं । तैयारियां जोर शोर पर थीं । सहारा इंडिया और...
View Articleडालडा वाले डालमिया सेठ..
डालडा हिन्दुस्तान लिवर का देश का पहला वनस्पति घी था, जिसके मालिक थे स्वतन्त्र भारत के उस समय के सबसे धनी सेठ रामकृष्ण डालमिया।टाटा, बिड़ला और डालमिया ये तीन नाम बचपन से सुनते आए है। मगर डालमिया घराना...
View Articleकोरोना काल में कायाकल्प
आइये इनसे सीखें!-- शिक्षकों के भगीरथ प्रयासों नें कोरोना काल में बदल डाली स्कूल की तस्वीर, गुणवत्ता परक शिक्षा का केंद्र है पहाड़ का ये सरकारी विद्यालय...ग्राउंड जीरो से संजय चौहान!भले ही पूरा देश...
View Articleव्याकरण, वर्तनी के साथ अर्थ भी जाने पत्रकार!
के. विक्रम राव Twitter ID: @Kvikramrao अपने भाषायी पत्रकारों को खुद की समझ और सूझ के प्रति लापरवाह होता देख कर रंज होता है। मन खिन्न हो जाता है। अंग्रेजी पत्रिकायें तो आजादी के...
View Articleजबलपुर के गोरखपुर में !/ टिल्लन रिछारिया
जबलपुर पहुंचे , महर्षि संस्थान का पता था जबलपुर के गोरखपुर का । स्टेशन पर उतरते उतरते शाम गहरा रही थी । आराम से गंतव्य मिल गया । यहां एक बार फिर सुनील जी का संग साथ मिला । शुरुआती कुछदिनों तक डेरा...
View Articleअद्भुत व्यक्तित्व मानवीय इंसान
इस फोटो में जो सज्जन हैं उनका नाम श्रीमान कृष्णमूर्ति अय्यर है -जोकि किट्टू मामा के नाम से प्रसिद्ध हैं।किट्टू मामा एक ६६ वर्षीय वरिष्ठ नागरिक हैं और थेपीकुलम के पास त्रिची में दोसा और इडली बेचते...
View Articleप्रधानमंत्री के पोस्टमैन रामशरण / विवेक शुक्ला
संसद भवन का कुछ माह पहले तक स्थायी चेहरा थे रामशरण। संसद भवन में दो डाकघर हैं, जिसमें काम करने वालों को लोग जानें या न जानें लेकिन अधिकतर लोग रामशरण पोस्टमैन को जरूर जानते थे। जब उन्होंने संसद भवन में...
View Articleटिल्लन रिछारिया की यादों का मोहक संसार
ज्ञानयुग प्रभात 'का उदय/ टिल्लन रिछारियाज्ञानयुग प्रभात 'का उदय ! ज्ञानयुग प्रभात का उदय हो रहा था , यह नाम महर्षि महेश योगी जी का ही दिया हुआ था । वे कहते थे कि अखबार में रचनात्मक , प्रेरणादायी ,...
View Articleराजधानी के बाजारों में बनिए -पंजाबी विवेक शुक्ला
शारदीय नवरात्र चल रहे हैं और दिल्ली के चावड़ी बाजार में खूब गहमागहमी का माहौल है। कभी इस बाजार का चक्कर लगा लीजिए। हार्डवेयर,पेपर,शादी के कार्डों वगैरह की सैकड़ों दुकानों के नामों को गौर से देखिए। जो...
View Articleमलाना हिल्स हिमाचल प्रदेश
मलाना हिल्स हिमाचलभारत का गाँवकिसी अन्य भाषा में पढ़ेंडाउनलोड करेंध्यान रखेंसंपादित करेंमलाना हिमाचल प्रदेश का एक गांव है । यह गांव मालाना क्रीम यानी कि हशीश के लिए सुप्रसिद्ध है । यह भारत देश के...
View Articleचित्रकूट बाँदा के रामलीला का सुसंस्कृत परिवेश / टिल्लन रिछारिया
जो विरासत में मिला ! रामलीला का सुसंकृत परिवेश , चित्रकूट की गरिमा , रामायण मेला , बाँदा का रोमांस , प्रगतिशील कवि केदार नाथ अग्रवाल और डॉ रणजीति का सान्निध्य , पिता पुरुषोत्तम लाल रिछारिया , बाबा पं...
View Articleआ रहा है SHARP-TALK-SHOW...
आ रहा है... SHARP-TALK-SHOW... आप की अपनी आवाज़... https://youtu.be/ZVaTmNByDocमुद्दों की बात..मुद्दत के बादनगर हो..या गांव सरपंच का प्रपंच हो या, सत्ता का...
View Articleटिल्लन रिछारिया की यादों में मुंबई औऱ धर्मयुग
सुश्री यानी सुनील श्रीवास्तव ! तब की बम्बई यानी आज की मुम्बई । 1980 का दिसंबर था जब मैं शरद जोशी द्वारा संपादित हिंदी एक्सप्रेस में पवेश पा गया था । एक दोपहर लंच के बाद का समय था लिफ्ट में ओमप्रकाश ,...
View Articleटिल्लन रिछारिया की यादों का मोहक संसार
हरदिल अजीज़ रमेश दत्ता हरदिल अजीज़ दिल्ली के कांग्रेसी नेता रमेश दत्ता अपनाब्रिगेड लेकरकेकिसी भी खुशीके कार्यक्रम में पहुंचतेथे, उन्हें भला उनके संगी साथी कैसे भुलासकते है।उनकातकिया कलाम थाडेडी। हर...
View Articleहज़ारीबाग़ झारखण्ड के चमारीलाल का प्रेरक व्यक्तित्व / विजय केसरी
( श्रद्धांजलि )व्यवसायी सह समाजसेवी चमारी लाल का प्रेरक जीवनझारखंड प्रांत के हजारीबाग नगर के जाने-माने व्यवसायी सह समाजसेवी चमारी लाल जी का निधन एक अपूरणीय क्षति है। इनका संपूर्ण जीवन गल्ला किराना...
View ArticleLATEST 100 भड़ास/ B4M
‘गरिमा टाइम्स’ को आठ पत्रकारों की जरूरतपांच साल में दिल्ली नहीं पहुंची यूपी सरकार की चिट्ठी!अजीत अंजुम ने राणा यशवंत से पूछा- क्या ये शब्द चैनल की शब्दावली में शामिल किया गया है?ये प्रदीप भंडरिया...
View Articleजब मॉब लिंचिंग का शिकार होने से बचे थे महात्मा गांधी! / सरोज कुमार
नई दिल्ली, 29 सितंबर (आईएएनएस)| विवेक जब शून्य हो जाता है, तब व्यक्ति भीड़ का हिस्सा बन जाता है, और ऐसी विवेक-शून्य भीड़ क्या कुछ करती है, आज के इस दौर में यह बताने की जरूरत शायद नहीं रह गई है। आज से...
View Articleये उन दिनों की बात है जब.....
*गांव - गिरांव*कभी नेनुँआ टाटी पे चढ़ के रसोई के दो महीने का इंतज़ाम कर देता था!कभी खपरैल की छत पे चढ़ी लौकी महीना भर निकाल देती थी और कभी बैसाख में दाल और भतुआ से बनाई सूखी कोहड़ौरी, सावन भादों की...
View Articleमहाभारत पांचवा वेद ?
महाभारत को पांचवां वेद कहा गया है। यह भारत की गाथा है। इस ग्रंथ में तत्कालीन भारत (आर्यावर्त) का समग्र इतिहास वर्णित है। अपने आदर्श पात्राें के सहारे यह हमारे देश के जन-जीवन को प्रभावित करता रहा है।...
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